Sleep Apnea Symptoms: नींद की बीमारियां लाइफ स्टाइल से जुड़ी डिसीज होती हैं. यदि खुद को तंदरुस्त रखना है तो लाइपफ स्टाइल सुधारना जरूरी है. आज हम ऐसे ही एक स्लीपिंग डिसआर्डर की बात करें तो जोकि यूथ से लेकर ओल्ड ऐज के लोगों में बेहद कॉमन हो चुका है. यूथ इसलिए है, क्योंकि उनका ध्यान फास्ट फूड पर अधिक होता है. एक्सरसाइज, योगा उनकी डेली लाइफ में शामिल नहीं होता है, जबकि उम्र के साथ मोटापा और अन्य परेशानी बढ़ने पर नींद के डिसआर्डर स्लीप एपनिया का खतरा बढ़ता जाता है. आइए जानने की कोशिश करते हैं. असल में ये समस्या क्या है और क्या इसके बचाव हैं? 


क्या होता है स्लीप एपनिया


इस बीमारी में सांस लेने वाली नली के उपरी मार्ग में रुकावट देखने को मिलती है. इससे व्यक्ति सांस सही ढंग से नहीं ले पाता है. इस बीमारी की एक ओर गंभीर बात यह है कि यदि सांस बार बार अधिक देर तक रुकेगी तो इससे ब्लड में ऑक्सीजन लेवल बहुत कम होता है. ऑक्सीजन कम पहुंचने पर हार्ट, ब्रेन और अन्य आर्गन को खतरा बढ़ जाता है. डॉक्टरों का कहना है कि स्लीप एपनिया में सांस रुकने की दर कुछ सैकेंड से लेकर एक मिनट तक हो सकती है. 


क्या होते हैं स्लीप एपनिया के लक्षण


किसी भी बीमारी से बचाव करना या फिर उसका इलाज कराना है तो उसके लक्षणों की जानकारी होना जरूरी है. इसके लक्षणों की बात करें तो इसमें नींद के दौरान अचानक सांस बंद हो जाती हैं. इसकी जानकारी आसपास में मौजूद लोगों को हो पाती हैं. सोते समय सांस फूलना, सुबह उठने पर मुंह सूखना, तेज सिर मेें दर्द होना, नींद सही ढंग से न आना शामिल है. कई बार स्लीप एपनिया के मरीजों को दिन मेें अधिक नींद आती है. 



कैसे पा सकते हैं बीमारी पर नियंत्रण


स्लीप एपनिया से बचाव करने के लिए कुछ नुस्खे भी आजमाए जा सकते हैं. यदि पेशेंट थोड़ा बहुत फॉलो करंे तो समस्या काफी कम हो सकती है. डॉक्टर हितेश कौशिक ने बताया कि जो लोग अधिक वजनी होते हैं. उनमें यह समस्या आमतौर पर देखने को मिलती है. यदि एक्सरसाइज, योगा और डाइट पर नियंत्रण पा लिया जाए तो इस बीमारी से राहत मिल सकती है. इसके अलावा हार्ट और डायबिटीज की परेशानी पर भी काबू पाने में मदद मिलती है. हालांकि पेट की ओर से सोना इस बीमारी मेें आराम करता है. दरअसल पेट के बल सोने से फेफड़े थोड़े खुल जाते हैं. इससे सांस लेने में आसानी होती है. कुछ लोगोें को एक तरफ करवट कर सोने में आसानी होती है. यदि परेशानी अधिक है तो तुरंत डॉक्टर को दिखाना चाहिए. 


 


Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों को केवल सुझाव के रूप में लें, एबीपी न्यूज़ इनकी पुष्टि नहीं करता है. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.


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