Parenting Tips For New Parents: इस बार श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का त्योहार (Janmashtami 2022) अगस्त की 18 और 19 तारीख को मनाया जा रहा है. आपको यह बात पता होगी कि जन्माष्टमी हमेशा दो दिन क्यों मनाई जाती है? यदि नहीं पता तो जान लीजिए कि पहले दिन जन्माष्टमी मथुरा (Mathura) के अनुसार मनाई जाती है क्योंकि वहां श्रीकान्हा जन्म ले चुके थे. लेकिन गोकुल (Gokul)में श्रीकृष्ण अगले दिन पहुंचे थे इसलिए वहां के लोग एक दिन बाद जन्माष्टमी मनाते हैं. आप चाहें तो दोनों दिन इस त्योहार को सेलिब्रेट (Janamashtami Celebration) कर सकते हैं. अब बात करते हैं कि इस त्योहार के अवसर पर आप अपने बच्चे (child) को ऐसा क्या सिखाएं कि वह जीवनभर स्वस्थ और  प्रसन्न रह सके (Healthy and happy life), इस बारे में यहां बताया जा रहा है...


श्रीकृष्ण के जीवन से बच्चों को क्या सिखाएं?


श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर आप बच्चे को यह तो बताए ही कि आखिर हम इस त्योहार को क्यों मनाते हैं. साथ ही यह भी बताएं कि श्रीकृष्ण भगवान को भोजन में क्या पसंद है. और जो चीजें भगवान खाना पसंद करते हैं, वे चीजें शरीर को कैसे लाभ पहुंचाती है. इस तरह आप अपने बच्चे में गुड फूड हेबिट्स (Good food habits) को डिवेलप कर सकते हैं. क्योंकि भगवान की कहानी के साथ हेल्दी फूड के महत्व को जोड़कर बताएंगे तो बच्चे को कन्विंस करना आसान होगा. बच्चे को कैसे समझाना है, इस बारे में यहां जानें.


श्रीकृष्ण और हेल्दी फूड का कनेक्शन ऐसे समझाएं



  • यदि आपका बच्चा 10 साल से कम उम्र का है तो आप उसे खाने-पीने के हेल्दी चीजों का श्रीकृष्ण से कनेक्शन बताकर हेल्दी चीजें खाने के लिए प्रेरित कर सकते हैं. बच्चे को कुछ इस प्रकार कन्हैया के जीवन की घटनाएं और उनके हेल्दी फूड खाने की आदत को जोड़कर बच्चे को सुनाएं...

  • कान्हा हर दिन दूध पीते थे क्योंकि दूध कैल्शियम से भरपूर होता है और यह हड्डियों को मजबूत बनाता है. तभी तो कान्हा बचपन में ही इतने ताकतवर थे कि वे राक्षसों को उठाकर फेंक देते थे.

  • कान्हा हर दिन माखन खाते थे. इसलिए वे थकते नहीं थे और उनके अंदर भरपूर ऊर्जा रहती थी. इसीलिए तो वे अपने दोस्तों के साथ दूर यमुना किनारे तक पैदल जाते थे और फिर वहां जाकर खेलते थे और पैदल ही घर आते थे लेकिन थकते नहीं थे. 

  • कन्हैया को हर दिन छाछ पीना पसंद था. इसीलिए तो उनका पेट हमेशा ठीक रहता था. ना तो उनको पेट दर्द होता था और ना ही पॉटी (Motion) जाने में दिक्कत होती थी. गर्मी के मौसम में आप भी हर दिन छाछ पिओगे तो पूरे साल आपकी हेल्थ ठीक रहेगी.

  • श्रीकृष्ण भगवान को धनिया की पंजीरी खाना पसंद है. क्योंकि इसे खाने से पेट में जलन नहीं होती, डायजेशन भी ठीक रहता है और बहुत सारी एनर्जी मिलती है. इसी तरह श्रीकृष्ण भगवान के जीवन से जुड़ी अन्य बातें बच्चे को समझाते हुए उसे मोटिवेट कर सकते हैं.


जल्दी उठने के लिए ऐसे करें प्रेरित



  • स्कूल जाने के लिए सुबह जागने में परेशान करता है बच्चा तो उसे श्रीकृष्ण के जीवन का यह पक्ष बताएं कि कन्हैया तो रोज सुबह सूरज उगने से पहले सोकर जाग जाते थे और अपनी गाय चराने जाते थे. इससे कान्हा इतने हेल्दी बन गए कि उन्होंने कंस को उठाकर पटक दिया. आपको भी अपनी लाइफ में स्ट्रॉन्ग बनना है तो जल्दी बिस्तर से उठना होगा.


Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों को केवल सुझाव के रूप में लें, एबीपी न्यूज़ इनकी पुष्टि नहीं करता है. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें. 


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