Right way of eating: सिर्फ मनुष्य ही नहीं जीव-जन्तु भी भोजन करते हैं. लेकिन अगर कोई आपसे कहे कि आज के समय में भोजन के मामले में जीव-जन्तु इंसानों से कहीं अधिक होशियार हैं! ऐसा सुनकर आपको हैरानी होगी और शायद बुरा भी लगे कि पढ़े-लिखे आधुनिक मनुष्य की तुलना जीव-जन्तुओं से कैसे की जा सकती है! परन्तु आज की लाइफस्टाइल (Lifestyle) का सच तो यही है कि मनुष्य भोजन (Food) से जुड़े नियम (rules) भूल गया है और इस कारण ज्यादातर लोग बीमार (disease) रहने लगे हैं. आयुर्वेद  (Ayurveda) के अनुसार भोजन से जुड़े नियम (eating rules) क्या हैं, इस बारे में यहां बताया जा रहा है...


क्या हैं भोजन करने के आयुर्वेदिक नियम?


सबसे पहला नियम: अपने शरीर के दोषों के अनुसार भोजन चुनें. आयुर्वेद में स्वास्थ्य का कारण तीन दोषों को बताया गया है, इन्हें वात-पित्त और कफ के नाम से जाना जाता है. आपके शरीर में जिस दोष की प्रधानता है, उसे बैलंस करने के लिए ऐसा भोजन खाएं जो शरीर में प्राकृतिक कमी को पूरा करता हो. जैसे...



  • यदि आपके शरीर में वायु की अधिकता है यानी आपको गैस अधिक बनती है, ड्राइनेस रहती है, शरीर में बहुत हल्कापन या अक्सर कमजोरी महसूस होती है तो आप अपने भोजन में घी, दूध, गुड़, ताजे मीठे फल और सूखे मेवों को शामिल करें. इन्हें हर दिन खाएं.

  • यदि आपके शरीर में पित्त दोष अधिक रहता है यानी आपको गर्मी अधिक लगती है, सीने पर जलन की समस्या होती है, एसिडिटी अक्सर होती है इत्यादि तो आप अपने भोजन में खीरा, ककड़ी, नींबू, आंवला, केला, पुदीना, अनार, हरी पत्तेदार सब्जियां इत्यादि अधिक शामिल करें.

  • शरीर में कफ दोष की अधिकता होने पर शरीर में भारीपन रहता है. हर समय नींद आने और थकान रहने की समस्या हो सकती है. ऐसे में आपको उन चीजों का सेवन करना चाहिए, जो शरीर को लाइट रखने में मदद करती हैं. जैसे, रेशेदार सब्जियां और फल. अनानास, पपीता, चीकू, नाशपाती, अमरूद, हरी फलियां अधिक खाएं. ड्राई फ्रूट्स खाएं वो भी खासतौर पर मखाना और बादाम.


भोजन करने का सही समय क्या है?



  • स्वस्थ रहने के लिए अपना दिन सूर्योदय से पहले शुरू करना चाहिए. 

  • नाश्ता सुबह 7 से 8 के बीच कर लें और लंच डेढ़ से दो बजे के बीच. रात का भोजन 8 बजे तक हर हाल में कर लेना चाहिए.

  • रात का भोजन बिस्तर पर जाने के कम से कम 2 घंटे पहले जरूर करें.

  • नाश्ते और लंच के बीच में तथा लंच और डिनर के बीच के समय में खाना खाने के दो घंटे बाद कोई फल खाएं या सलाद इत्यादि का सेवन करें.

  • भोजन के साथ कच्चा सलाद ना खाएं. यानी कच्चे प्याज और हरी मिर्च  के अतिरिक्त खीरा, ककड़ी इत्यादि भोजन के साथ ना खाएं.

  • भोजन के साथ या तुरंत बाद पानी नहीं पीना चाहिए. बहुत जरूरी होने पर एक घूंट पानी पिएं या फिर अधिक पीना हो तो गुनगुना पानी पिएं. 


Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों को केवल सुझाव के रूप में लें, एबीपी न्यूज़ इनकी पुष्टि नहीं करता है. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें. 


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