Healthy Eyes: आंखों को स्वस्थ और सुंदर बनाए रखना इतना मुश्किल काम नहीं है, जितना हमें लगता है. खासतौर पर उन लोगों को जिनकी आंखें बहुत सेंसेटिव हैं या जिन्हें पहले से ही आंखों से जुड़ी कोई समस्या है. आंखों में यदि कोई भी समस्या हो तो हर काम में अरुचि होने लगती है. क्योंकि जब आप किसी चीज को ठीक से देख भी नहीं पाएंगे तो काम कैसे करेंगे. यहां आपको उन सामान्य कारणों के बारे में बताया जा रहा है, जो ज्यादातर आई इंफेक्शन की वजह बनते हैं.


आंखों में होने वाली समस्याओं की वजह सीजनल एलर्जी भी हो सकती है, कोई इंफेक्शन भी हो सकता है और किसी खास दवाई या अन्य किसी पदार्थ का रिऐक्शन भी हो सकता है. इन स्थितियों में आपको क्या करना चाहिए और किस तरह के लक्षणों से आप इनकी पहचान कर सकते हैं. इस बारे में यहां जानें...


मौसमी एलर्जी 


मौसम बदलने के कारण भी कुछ लोगों को आंखों में समस्या होती है. खासतौर पर संवेदनशील आंखों वाले लोगों को. जिन लोगों को कोल्ड अधिक होता है, उन्हें भी आंखों में खुजली या ड्राइनेस की समस्या होती है. जबकि कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमता (Weak Immunity)के कारण भी ऐसा होता है.


सीजनल इंफेक्शन के लक्षणों में नाक बहना और लगातार छींके आना सबसे आम समस्याएं हैं. इनके चलते आंखों में सूजन और खुजली बढ़ जाती है. बचाव के लिए आप ये तरीके अपना सकते हैं...



  • नाक और मुंह पर मास्क पहनें

  • प्रदूषण बढ़ा हुआ होने पर बाहर ना निकलें

  • घर और कार की खिड़कियां बंद रखें

  • यदि संभव हो तो कुछ समय के लिए अपना स्थान बदल लें. जैसे कहीं घूमने चले जाएं या किसी रिलेटिव के यहां दूसरे शहर में कुछ समय रहकर आएं. चेंज से आपको राहत मिलेगी.


पेरेनियल एलर्जी (Perennial allergies)


ऐसी एलर्जी जो पूरे साल परेशान करती है, इसे पेरेनियल एलर्जी या बारहमासी एलर्जी भी कहते हैं. इस तरह की समस्याओं में डस्ट एलर्जी, पेट डैंडर एलर्जी यानी पालतू जानवरों के बालों यां पोर्स से होने वाली एलर्जी.


इस तरह की एलर्जी से बचने का सबसे अच्छा तरीका यह है कि आप अपनी एलर्जी का कारण पहचानें और इन कारणों से दूर रहें. जैसे धूल मिट्टी की जगह पर ना जाएं, घर में पेट ना पालें और अगर पहले से ही कोई पेट आपके घर में है तो आप उससे दूरी बनाकर रखें.


इंफेक्शन के कारण समस्या 


आंखें वायरल, बैक्टीरियल और फंगल इंफेक्शन को लेकर बहुत अधिक संवेदनशील होती हैं. इसलिए आंखों की सफाई और हाइजीन पर बहुत ध्यान देना होता है. आंखें इंफेक्शन फ्री रहें इसके लिए आपको अपनी आदतों में सुधार करना होता है सिर तथा नाखूनों को भी साफ रखना होता है. इनसे बचने के लिए आप ये तरीके अपनाएं...



  • बार-बार आंखों और चेहरे पर हाथ लगाने की आदत को कंट्रोल करें

  • रेग्युलर शैंपू करें यदि आपको डैंड्रफ की समस्या है तो इसका इलाज कराएं.

  • यदि आंखों में किसी तरह का इंफेक्शन हो जाए तो बिना समय गंवाए डॉक्टर की मदद लें.


एयरबोर्न एलर्जी (Airborne irritants)


कुछ लोगों को पेट्रोल, डीजल की गंध से एलर्जी होती है तो कुछ लोग किसी खास परफ्यूम को लेकर बहुत अधिक संवेदनशील होते हैं, जो इन्हें एलर्जी दे जाते हैं. इसके शुरुआती लक्षण होते हैं, जी मिचलाना, घबराहट होना, लगातार छींके आना और फिर नाक बहने लगना. इस एलर्जी से बचाव का सबसे अच्छा उपाय है कि बाहर निकलते समय आप मास्क का उपयोग करें.


ड्राई आइज की समस्या (Dry Eyes)


आंखों में सूखेपन की समस्या डिहाइड्रेशन के कारण भी होती है और पलकें कम झपकने के कारण भी. खासतौर पर जो लोग मोबाइल, लैपटॉप और टीवी जैसी स्क्रीन पर अधिक समय बिताते हैं, उनकी आंखों में इस तरह की समस्या बहुत अधिक होती है.


ड्राई आइज होने पर आंखों सूखापन तो महसूस होता ही है, खुजली भी बहुत अधिक होती है और खुजली करने के कारण आंखों में जलन की समस्या होने लगती है, विजन भी धुंधला हो सकता है. इससे बचने के लिए स्क्रीन टाइम कम करें, पानी पर्याप्त मात्रा में पिएं और जरूरत होने पर डॉक्टर से मिलें.


Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों को केवल सुझाव के रूप में लें, एबीपी न्यूज़ इनकी पुष्टि नहीं करता है. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें. 


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