International Carrot Day 2023: हर साल 4 अप्रैल को विश्व गाजर दिवस के रूप में मनाया जाता है.इसका मकसद लोगों को गाजर के फायदे से रूबरू कराना.दरअसल एक तरफ जहां देश भर में जंक फूड से जुड़े दिवस पर काफी जोर दिया जा रहा है वहीं गाजर दिवस मनाने का मकसद है देश के लोगों के बीच पौष्टिक आहारों के प्रति लोगों में जागरुकता बढ़ाई जा सके...ऐसे में अंतर्राष्ट्रीय गाजर दिवस, गाजर की सभी विभिन्न किस्मों के बारे में और इसके और फायदे जानने का एक सही अवसर है. आइए जानते हैं इसके फायदे और इससे जुड़ी कुछ दिलचस्प बातें जो अब तक शायद आप नहीं जानते होंगे.
अंतर्राष्ट्रीय गाजर दिवस का इतिहास
साल 2003 अंतर्राष्ट्रीय गाजर दिवस की स्थापित की गई और इस के बाद से ही 2012 यह दुनिया भर में उन सभी जगहों पर फैल गया है, जहां गाजर के बारे में लोग जानते थे.अंतर्राष्ट्रीय गाजर दिवस समारोह ने दुनिया भर में फ्रांस, स्वीडन, इटली, रूस, जापान, ऑस्ट्रेलिया और यूनाइटेड किंगडम सहित विभिन्न महाद्वीपों के कई देशों में अपना रास्ता खोज लिया था.गाजर का वानस्पतिक नाम डाकस कैरोटा है. जानकारों का मानना है कि एशिया के लोगों ने सबसे पहले गाजर की खेती की शुरुआत की और वहीं से ये विश्व के अन्य देशों में पहुंची.जानकारों का मानना है कि गाजर की मूल उत्पत्ति पंजाब और कश्मीर की पहाड़ियो में हुई.वहीं ये चार अलग अलग रंगों की पाई जाती है. लाल, पीली संतरा औऱ काली और सभी के अपने अपने फायदे हैं.जानते हैं इससे मिलने वाले फायदे के बारे में
गाजर खाने के फायदे
आंख-.गजर आंखों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है.बीटा कैरोटीन, अल्फा कैरोटीन ल्यूटीन नामक ऑर्गेनिक पिगमेंट होता है जो गाजर में समृद्ध मात्रा में पाया जाता है. उम्र के साथ होने वाली आंखों के समस्या में आराम दिलवाने में बीटा कैरोटीन मदद कर सकता है. इसके अलावा इसमें अन्य खनिज जैसे विटामिन सी भी पाया जाता है जो बढ़ती उम्र के कारण होने वाले मैक्यूलर डीजेनरेशन से आराम दिलाने में मददगार होता है.
दिल- गाजर खाने से दिल के मरीजों को भी फायदा पहुंच सकता है. यह खून में कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित कर हृदय रोग के जोखिम को कम कर सकता है. इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स दिल के लिए फायदेमंद है.इसके अलावा गाजर में मौजूद पोटैशियम ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में मदद करती है. गाजर में पाए जाने वाले फाइबर वजन को कंट्रोल कर सकता है और दिल की बीमारियों की संभावना को कम कर सकता है. इसके अलावा लाल गजब की बात करें तो इसमें लाइकोपिन होता है जो हिर्दय रोग को रोकता है
इम्यूनिटी -गाजर में एंटीऑक्सीडेंट और anti-inflammatory गुण होते हैं जो इम्यूनिटी बढ़ाने में मदद करते हैं. इसके अलावा इसमें मौजूद बीटा कैरोटीन और ऑर्गेनिक कंपाउंड शरीर को कई संक्रामक बीमारियों से बचाने का काम करता है. यह सभी कंपाउंड बीमारी के बाद शरीर में रिकवरी में तेजी लाता है.
पाचन-गाजर में फाइबर की मौजूदगी आपको कब्ज से राहत दिला सकती है. अगर आपका पेट साफ नहीं हो रहा है तो कुछ कच्चे गाजर को अपने डाइट में शामिल कर लें. इससे मल त्यागने में आसानी होती है.इसके अलावा गाजर हड्डियों को स्वस्थ रखने में भी मदद कर सकता है, क्यों कि इसमें कैल्शियम की मात्रा भी पाई जाती है
त्वचा- गाजर में मौजूद beta-carotene एक प्रभावी एंटी ऑक्सीडेंट है जो एंटी एजिंग के साइंस को कम करता है. एनसीबीआई द्वारा प्रकाशित एक रिपोर्ट में बताया गया है कि युवी किरणें 80% तक चेहरे पर बढ़ती उम्र के लक्षण दिखने का कारण बन सकती है. इन लक्षणों में रूखी त्वचा, फाइन लाइंस, पिगमेंटेशन जैसी समस्या शामिल हैं. वहीं एंटी ऑक्सीडेंट फ्री रेडिकल्स और युवी किरने से बचा कर जवान बनाए रखने में मदद करता है.
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.
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