Holi 2024: होली का त्योहार है ऐसे में घर में ढेर सारे पकवान बनना लाजमी है. लेकिन खुशियों के त्योहार के बीच आपकी एक गलती से रंग में भंग न पड़ जाए. इसके लिए हम लाएं खास टिप्स. जी हां कुछ ऐसे बीमारी है जिसमें रिफाइंड तेव में बने खाना खाने से तबीयत और बिगड़ सकती है. आज हम उन्ही बीमारियों के बारे में बात करेंगे जिसमें रिफाइंड ऑयल में खाना खाना खतरनाक हो सकता है.
रिफाइंड ऑयल का ज्यादा इस्तेमाल हो सकता है खतरनाक
कई रिसर्च में यह बात का खुलासा हुआ है कि ज्यादा रिफाइंड ऑयल के इस्तेमाल से सूजन, हार्ट अटैक, ब्लड प्रेशर, कोलेस्ट्रॉल, खून की कमी, नसों में सूजन का खतरा बना रहता है. इन सब के अलावा दिल की बीमारी, टाइप-2 डायबिटीज का भी खतरा रहता है. ट्रांस फैट कैंसर, इम्यून सिस्टम प्रॉब्लम की प्रॉब्लम बढ़ती है.
रिफाइंड ऑयल खाने के लिए क्यों किया जाता है मन
इंटर साइंस रिसर्च नेटवर्क के मुताबिक रिफाइंड ऑयल केमिकल बेस्ड तेल है जो इंसानों के जरिए बनाया गया है. इसमें हानिकारक पेट्रोकेमिकल्स होते हैं. यही वजह है कि जब आप इसे ज्यादा गर्म करते हैं तो इसमें से टॉक्सिन्स निकलते हैं. जो सेहत के लिए काफी ज्यादा खतरनाक साबित हो सकते हैं. जो भी रिफाइंड ऑयल होते हैं वह अनसैचुरेटेड होते हैं. जब भी इसे ज्यादा गर्म किया जाता है.यब फ्री रेडिकल्स पैदा करते हैं.
इन बीमारियों के मरीज ना खाएं रिफाइंड ऑयल
डायबिटीज, दिल की बीमारी, कोलेस्ट्रॉल, ब्लड प्रेशर, कमजोर इम्युनिटी, लंग्स की बीमारी जिन्हें वह बिल्कुल भी रिफाइंड तेल का इस्तेमाल न करें उनके लिए काफी ज्यादा खतरनाक साबित हो सकता है.
रिफाइंड ऑयल की जगह यह तेल का करें इस्तेमाल
कनौला, कॉर्न, सोयाबीन, वनस्पति तेल की जगह जैतून, एवोकैडो, तिल का तेल, कुसुम का तेल का इस्तेमाल करें. आप सरसों के तेल का भी इस्तेमाल कर सकते हैं. इसमें एंटीऑक्सीडेंट होते हैं. जो सेहत के लिए काफी ज्यादा फायदेमंद होते हैं.
Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
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