Sleeping Position: कहते हैं सोने के समय आपकी सही पोजीशन होना सबसे ज्यादा जरूरी है. नहीं तो 8 घंटे की नींद के बाद भी आप फ्रेश और एनर्जेटिक महसूस नहीं करते हैं. सोने की कई तरह की पोजीशंस होती है. कुछ लोग सीधा सोते हैं, कुछ लोग करवट लेकर सोते हैं, तो कुछ पेट के बल सोते हैं. ज्यादातर लोग उल्टा सोते हैं, लेकिन आपको बता दें कि पेट के बल सोने से हमारे शरीर को कई नुकसान हो सकते हैं.

 

क्यों नहीं सोना चाहिए पेट के बल 


  • जब हम पेट के बल सोते हैं तो हमारी गर्दन पर इसका असर पड़ता है. और इससे गर्दन में दर्द की समस्या हो जाती है, क्योंकि पेट के बल सोते समय हमें गर्दन को दाएं और बाएं ओर करना पड़ता है जिसकी वजह से गर्दन सीधी नहीं रह पाती है.

  • पेट की बल सोने के बाद जब हम उठते है, तो हमें भारीपन महसूस होता है. ऐसा इसलिए क्योंकि हमारे शरीर का पूरा भार हमारे पेट और आगे की हिस्से पर होता है.

  • पेट के बल सोन से पीठ में दर्द की शिकायत भी हो सकती है, क्योंकि जब आप उल्टा सोते हैं, तो आप पलंग पर ठीक तरीके से लेट नहीं पाते है और पीठ थोड़ी उठी हुई रहती है. ऐसे में लंबे समय तक ऐसे सोने से पीठ में दर्द की समस्या हो सकती है.

  • इतना ही नहीं पेट के बल सोने से कब्ज, अपच और पेट दर्द से संबंधित समस्या भी हो सकती है, इसलिए हमें सीधे या करवट लेकर सोना चाहिए, 

  • खासकर खाना खाने के बाद हमें उल्टा नहीं सोना चाहिए. 

  • विशेषज्ञों का मानना है कि छोटे बच्चों को उल्टा नहीं सोना चाहिए, क्योंकि इससे उनकी हाइट पर असर पड़ता है. इसके उलट अगर बच्चा सीधा सोता है तो उसका शारीरिक और मानसिक विकास तेजी से होता है और हाइट भी बढ़ती है.


 

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