देश में अगले सप्ताह से अपोलो अस्पताल में रूसी वैक्सीन स्पूतनिक (Sputnik V) की खुराक आम लोगों को दी जाएगी. लेकिन रूसी वैक्सीन Sputnik V को रखने के लिए Dr Reddy’s Laboratories के पास पर्याप्त मात्रा में फ्रीजर नहीं है. इसके लिए डॉ रेड्डी लेबोरेटरी ने हैदराबाद की मशहूर कंपनी Rockwell Industries के साथ समझौता किया है. समझौते के तहत रॉकवेल इंडस्ट्रीज डॉ रेड्डी लेबोरेटरी को स्पूतनिक वैक्सीन रखने के लिए 750 फ्रीजर मुहैया कराएगा. रॉकवेल इंडस्ट्रीज कॉमर्शियल कोल्ड चेन एप्लियांसेज बनाने वाली मशहूर कंपनी है. 


स्पूतनिक वैक्सीन पूरी दुनिया में वितरित कर रही डॉ रेड्डी लेबोरटरी 
समझौते के तहत रॉकवेल इंडस्ट्रीज देश के विभिन्न हिस्सों में अस्पतालों और संस्थाओं में 750 वैक्सीन फ्रीजर की सप्लाई करेगा. इससे पहले डॉ रेड्डी लेबोरेटरी ने रूस के Russian Direct Investment Fund  के साथ समझौता किया था जिसके तहत वैश्विक स्तर पर Sputnik V वैक्सीन को वितरित किया जाना है. डॉ रेड्डी लेबोरेटरी पूरी दुनिया में 2.5 करोड़ स्पूतनिक वैक्सीन की खुराक सप्लाई करेगी. 14 मई को डॉ रेड्डी ने घोषणा की थी कि भारत में Sputnik V को लॉन्च करने के लिए एक सीमित पायलट योजना को अंजाम दिया था. इसके बाद जून में इसके वाणिज्यिक वितरण के लिए टेस्ट अभियान चलाया गया. इसमें कोल्ड चैन के अलावा वैक्सीन के लिए जरूरी अन्य क्षमताओं की जांच की गई. 


हर परिस्थिति में फ्रीजर में सुरक्षित रहेगी वैक्सीन 
स्पूतनिक वैक्सीन के रख-रखाव में फ्रीजर की सबसे महत्वपूर्ण भूमिका है. Sputnik V की सही क्षमता को बरकरार रखने के लिए -18°C तापमान की आवश्यकता होती है. रॉकवेल ने कहा है कि स्पूतनिक के लिए World Health Organisation के मानक के अनुसार फ्रीजर का निर्माण किया जा रहा है. इसे इस तरह बनाया जा रहा है ताकि किसी भी स्थिति में वैक्सीन को नुकसान नहीं पहुंचे और वह स्थिर तथा अपनी क्षमताओं को लिए हुए रहे. रॉकवेल ने कहा कि जब फ्रीजर में वैक्सीन को गांव में अनुकूल परस्थितियों में भी ले जाया जाएगा तो इसे कुछ नहीं होगा.     


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