Diwali 2023: दिवाली की बात ही कुछ अलग होती है. रोशनी का यह त्योहार पूरे देश में एक खास अंदाज में मनाया जाता है. खासकर दिलवालों की दिल्ली में दिवाली का माहौल देखने लायक होता है. इस त्योहार में ढेर सारी मिठाई, रंगोली, फैशन, दीपक, दिया के साथ आतिशबाजी से भरपूर होता है. लेकिन इस दौरान हमें इस बात का ध्यान देना है कि जब हम आतिशबाजी कर रहे हैं तो हमें सावधान रहने की जरूरत ताकि हमारी आंखों को किसी भी तरह का नुकसान नहीं पहुंचे. दिवाली में ऐसे कई मामले आते हैं जब ज्यादातर लोगों को आंखों में चोट लग जाती है. इस दिवाली आपके लिए लाए हैं खास टिप्स जिसके जरिए आप आतिशबाजी के अपनी आंखों को सुरक्षित रख सकते हैं. 


दिवाली की आतिशबाजियों के बीच आंख में चोट लग जाए तो करें यह उपाय... हेल्थ एक्सपर्ट की सलाह


रोकथाम इलाज से बेहतर है:


पर्यावरण के अनुकूल पटाखे चुनना, सुरक्षात्मक चश्मा पहनना, सुरक्षित दूरी बनाए रखना और बच्चों की बारीकी से निगरानी करना आवश्यक सावधानियां हैं जो आंख से संबंधित दुर्घटनाओं के जोखिम को काफी कम कर सकती हैं.


चोट अगर लग भी जाए तो पैनिक न करें शांत रहें


अगर दिवाली की पटाखों से चोट लग भी गई है तो पैनिक न करें. शांत रहें. जितना संभव हो शांत रहने में ही भलाई है. घबराहट से स्थिति बिगड़ सकती है. इसलिए गहरी सांस लें और संयम बनाए रखें. 


आंख को रगड़ें नहीं


जिस आंख में चोट लगती है उसे बार-बार न छूएं और न ही रगड़ें. क्योंकि बार-बार टच करने से आंख की स्थिति और भी ज्यादा खराब हो सकती है. 


आंख को ठंडा और साफ पानी से धीरे से धोएं


यदि आंख में कोई बाहरी कण या गंदगी दिखाई दे रहा है, तो इसे साफ पानी से धीरे से धोएं. नल के पानी का उपयोग करने से बचें, क्योंकि इसमें अशुद्धियां हो सकती हैं जो आंखों में और जलन पैदा कर सकती हैं.


जिस आंख में चोट लगी है उसे कवर कर लें


चोट लगी हुआ आंख को ठीक से कवर करें. ताकि इसमें जलन पैदा न हो.


तुरंत डॉक्टर को दिखाएं


पेशेवर चिकित्सा सहायता लेने में देरी न करें. अगर इलाज न किया जाए तो जाहिर तौर पर मामूली चोटें भी दृष्टि को प्रभावित कर सकती हैं. संपूर्ण जांच और उचित उपचार के लिए किसी नेत्र विशेषज्ञ से संपर्क करें या नजदीकी अस्पताल के आपातकालीन विभाग में जाएं.


आंख में चोट लगने पर क्या नहीं करना है?


चोट को नज़रअंदाज न करें


 गंभीरता के बावजूद, आंख की चोट को कभी भी मामूली मानकर इग्नोर न करें. संभावित जटिलताओं को रोकने और दृष्टि को संरक्षित करने के लिए शीघ्र चिकित्सा ध्यान आवश्यक है.


खुद से इलाज न करें


पेशेवर मार्गदर्शन के बिना ओवर-द-काउंटर आई ड्रॉप का उपयोग करने या कोई मलहम लगाने से बचें. इनसे कभी-कभी स्थिति खराब हो सकती है. यदि आंख में कोई कण चला गया है और नहीं निकल रहा है तो उसे खुद से हटाने की कोशिश न करें. इससे और भी नुकसान हो सकता है. इसके बजाय, आंख को स्थिर रखें और तुरंत चिकित्सा सहायता लें.


Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.