भारत में कोरोना की दूसरी लहर ने तबाही मचा दी है. इस वायरस के चपेट में आने वाले हजारों लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं जो मरीज रिकवर हो रहे हैं उनमें कई तरह साइड इफेक्ट भी देखने को मिल रहे हैं. हालांकि डॉक्टर्स लगातार कोरोना के इस डेल्टा स्ट्रेन के खतरे को जानने की कोशिश कर रहे हैं. कोरोना के डेल्टा स्ट्रेन से संक्रमित मरीजों में बहरापन, पेट में दिक्कत, ब्लड क्लॉटिंग, गैंग्रीन जैसे लक्षण देखे जा रहे हैं. अब तक ये लक्षण मरीजों में नहीं मिल रहे थे. डेल्टा स्ट्रेन को B.1.617.2 भी कहा जाता है. दूसरे वेरिएंट्स की तुलना में ये स्ट्रेन तेजी से फैलता है. डेल्टा स्ट्रेन कितना खतरनाक है इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि इस पर वैक्सीन भी कम प्रभावी साबित हो रही है. अब तक डेल्टा स्ट्रेन 60 से ज्यादा देशों में फैल चुका है.


इंग्लैंड और स्कॉटलैंड में सामने आ चुके इस स्ट्रेन के आंकड़े बताते हैं कि इस स्ट्रेन से प्रभावित लोगों के अस्पताल में एडमिट होने का खतरा ज्यादा है. कोरोना की पहली लहर में लोगों में डायरिया की शिकायत ज्यादा पाई जा रही थी. लेकिन अब इस वायरस में कई तरह के नए लक्षण भी सामने आ रहे हैं जिनका पता लगाना मुश्किल है. कोरोना के कई मरीजों को पेट दर्द, मितली, उल्टी, भूख न लगना, सुनने की क्षमता कम होने के लक्षण नजर आ रहे हैं. वहीं कई मरीजों को जोड़ों में दर्द की शिकायत हो रही है.


आपको बता दें हाल ही में न्यू साउथ वेल्स यूनिवर्सिटी में किए गए एक रिसर्च में कहा गया है कि बीटा और गामा वेरिएंट में ये लक्षण बहुत कम है. पहली बार दक्षिण अफ्रीका में बीटा और ब्राजील में गामा स्ट्रेन पाया गया था.


डॉक्टर्स का कहना है कि नए डेल्टा स्ट्रेन के मरीजों में माइक्रो थ्रोम्बी या ब्लड क्लॉटिंग हो रही है. ये इतने गंभीर हैं कि इससे प्रभावित ऊतक मर रहे हैं और इससे गैंग्रीन की बीमारी हो रही है. पिछले कुछ दिनों में ऐसे कई मरीज सामने आए हैं जिनमें ये समस्या देखी जा रही है.


भारत में दूसरी लहर के पीछे यही डेल्टा वेरिएंट जिम्मेदार है. इस नए स्ट्रेन में मरीजों में अलग अलग लक्षण नजर आ रहे हैं. इसमें हर उम्र के लोगों में ब्लड क्लॉटिंग की समस्या देखने को मिल रही है. कुछ मरीज बहरेपन, गर्दन के आसपास सूजन और गंभीर टॉन्सिलिटिस की समस्या भी हो रही है. इस स्ट्रेन की सबसे खतरनाक बात ये है कि ये संक्रमण तेजी से फैल रहा है और बच्चों को भी अपनी चपेट में ले रहा है. बता दें फिलहाल भारत में इसकी रफ्तार कम है लेकिन अब ये स्ट्रेन ताइवान, सिंगापुर और वियतनाम जैसे देशों में कहर बरपा रहा है.


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