बाजार में जब आप सब्जी के ठेले के पास पहुंचते हैं तो आपको वहां रंग बिरंगी सब्जियां दिखाई देती हैं. लेकिन क्या कभी आपने सोचा है कि आखिर इन सब्जियों का रंग अलग-अलग क्यों होता है. जैसे गाजर लाल या नरंगी, टमाटर लाल, मिर्च हरी और मूली सफेद क्यों होती है. चलिए आपको आज इसके पीछे का विज्ञान समझाते हैं.


गाजर के रंग के बारे में जानिए


गाजर का रंग सिर्फ लाल नहीं होता, बल्कि ये नारंगी और गाढ़े बैंगनी रंग की भी होती है. सर्दियों में अक्सर बैंगनी और लाल रंग के गाजर बिकते दिख जाते हैं. जबकि, गर्मियों में आपको नारंगी रंग वाले गाजर दिखाई देते हैं. चलिए अब आपको बताते हैं कि आखिर इनके अंदर ये रंग आता कहां से है. दरअसल, गाजर में बीटा कैरोटीन नाम का पिगमेंट पाया जाता है. इसी की वजह से इस सब्जी का रंग लाल हो जाता है. इसी पिगमेंट की वजह से अंग्रेजी में इसे कैरट भी कहते हैं.


मूली का रंग सफेद क्यों होता है?


गाजर की तरह मूली भी जमीन के अंदर उगने वाली सब्जी है. लेकिन अब सवाल उठता है कि अगर दोनों एक तरह से उगते हैं तो फिर गाजर का रंग लाल और मूली का रंग सफेद क्यों है. क्वरा पर इस सवाल का जवाब कई लोगों ने दिया है. ज्यादातर लोगों का जवाब है कि ऐसा एंथोसायनिन केमिकल की वजह से होता है. इसी की वजह से मूली का रंग सफेद होता है. यहां तक कि सब्जियों को अलग-अलग रंग देने में भी इस केमिकल की अहम भूमिका होती है.


सब्जियों का स्वाद कैसे तय होता है?


हर सब्जी का स्वाद अलग-अलग होता है. कोई सब्जी हल्की मीठी होती है, तो कोई सब्जी हल्की खट्टी. वहीं कुछ तीखी भी होती है. चलिए जानते हैं कि आखिर इन सब्जियों को स्वाद कैसे मिलता है. मीठी सब्जियों के स्वाद की बात करें तो ऐसा ग्लूकोज ,सुक्रोज, माल्टोज, फ्रुक्टोज के कारण होता है. वहीं सब्जियों में पाया जाने वाला खट्टापन ऑक्जेलिक एसिड के कारण होता है. जबकि तीखेपन की बात करें तो मिर्च में तीखा पन Capsasin के कारण होता है.


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