भारत और रूस के बीच व्यापार से बौखलाया अमेरिका भारत पर टैरिफ लगा रहा है. लेकिन भारत को धमकी देने वाला अमेरिका खुद रूस से कई सामान आयात करता है. अमेरिका और यूरोपीय देश रूस से बड़े पैमाने पर एलएनजी खरीद रहे हैं. चलिये जानते हैं कि ये एलएनजी है क्या, सीएनजी और पीएनजी से यह कैसे अलग है और इसका वैश्विक ऊर्जा बाजार में क्या महत्व है. 

एलएनजी क्या है?

एलएनजी का पूरा नाम है लिक्विफाइड नेचुरल गैस. ये एक नैचुरल गैस है जो आमतौर पर जहाजों के जरिए बड़ी मात्रा में उन देशों में भेजा जाता है जहां पाइपवाइन का जाना संभव नहीं होता है. यह प्राकृतिक गैस को बहुत कम तापमान, लगभग 160 डिग्री सेल्सियस पर ठंडा करके लिक्विड फॉर्म में बदला जाता है. जिससे इसे स्टोर करना और लंबी दूरी तक जहाजों के जरिए परिवहन करना आसान हो जाता है. एलएनजी का उपयोग बिजली उत्पादन, हैवी व्हीकल्स में किया जा सकता है. यह कोयले और डीजल की तुलना में स्वच्छ ईंधन है, क्योंकि यह कम कार्बन उत्सर्जन करता है.

रूस से अमेरिका और यूरोप की LNG खरीद

रूस दुनिया के प्रमुख एलएनजी निर्यातक देशों में से एक है. 2024 के आंकड़ों के अनुसार, संयुक्त राज्य अमेरिका, कतर और ऑस्ट्रेलिया के साथ रूस भी शीर्ष एलएनजी उत्पादकों में शामिल है. यूरोपीय संघ (EU) रूस से 51% एलएनजी आयात करता है, जबकि चीन 21% और जापान 18% आयात करता है. रूस से एलएनजी की आपूर्ति यूरोप के लिए महत्वपूर्ण है खासकर तब जब वह स्वच्छ ऊर्जा की दिशा में कदम बढ़ा रहा है. हालांकि कुछ यूरोपीय देश रूसी गैस पर निर्भरता कम करने के लिए अमेरिका से भी एलएनजी खरीद रहे हैं.

क्या है CNG, PNG?अब बात करते हैं सीएनजी, पीएनजी और एलएनजी के बीच के अंतर की. ये तीनों ही प्राकृतिक गैस से बने ईंधन हैं, लेकिन इनके उपयोग, संरचना और वितरण में अंतर है.

CNGसीएनजी का फुल फॉर्म Compressed Natural Gas होता है. इस प्राकृतिक गैस को 200-250 BR के उच्च दबाव में कंप्रेस करके बनाई जाती है. इसका मुख्य उपयोग वाहनों में ईंधन के रूप में होता है, जैसे ऑटो रिक्शा, कार और बसें. सीएनजी हवा से हल्की होती है, इसलिए रिसाव होने पर यह हवा में फैल जाती है, जिससे यह अपेक्षाकृत सुरक्षित है. इसे सिलेंडरों में भरा जाता है.

PNGपीएनजी यानी Piped Natural Gas नेचुरल गैस ये भी प्राकृतिक गैस है. यह सीएनजी के समान है लेकिन इसे पाइपलाइनों के माध्यम से रसोई तक पहुंचाया जाता है. इसका इस्तेमाल खाना पकाने और हीटिंग के लिए होता है. पीएनजी सस्ती और पर्यावरण के अनुकूल है, क्योंकि इसे सिलेंडर की जरूरत नहीं पड़ती.

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