कॉन्स्टिट्यूशन क्लब ऑफ इंडिया के चुनाव में राजीव प्रताप रूडी ने बाजी मारी वो लगातार 25 सालों से क्लब के सचिव पद पर हैं. इस बार उनका मुकाबला बीजेपी के पूर्व सांसद संजीव बाल्यान से था. हालांकि कांस्टिट्यूशन क्लब के चुनाव में संजीव बालियान ही नहीं पूर्व राष्ट्रपति भी मात खा चुके हैं चलिए जानते हैं कि क्या है ये क्लब और कौन-कौन सी हस्तियां इसकी सदस्य हैं?.
क्या है कॉन्स्टिट्यूशन क्लब ऑफ इंडिया?
कॉन्स्टिट्यूशन क्लब ऑफ इंडिया दिल्ली में सांसदों और पूर्व सांसदों का एक प्रतिष्ठित सामाजिक और राजनीतिक मंच है. इस क्लब की स्थापना फरवरी 1947 में की गई थी. भारतीय संविधान सभा के सदस्यों के लिए स्थापित इस क्लब का 1965 में राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन ने औपचारिक रूप से उद्घाटन किया था. यह सांसदों के विचार-विमर्श मेलजोर का अवसर देता है.
कॉन्स्टिट्यूशन क्लब के सदस्यइसमें करीब 1300 पूर्व और वर्तमान संसद सदस्य इस क्लब के सदस्य हैं. इनमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा, पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, वर्तमान कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे जैसे नाम शामिल हैं.
पूर्व राष्ट्रपति भी हार चुके हैं चुनाव क्लब की गवर्निंग काउंसिल के चुनाव, खासकर सचिव (प्रशासन) पद के लिए हमेशा चर्चा में रहते हैं. हाल ही में हुए 2025 के चुनाव में बीजेपी नेता संजीव बालियान को हार का सामना करना पड़ा. बीजेपी सांसद राजीव प्रताप रूडी ने पूर्व सांसद संजीव बालियान को चुनाव में हराया. लेकिन संजीव बालियान अकेले नहीं हैं जिन्हें इस क्लब के चुनाव में हार मिली. पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद भी 2014 में इस क्लब के सचिव पद के चुनाव में हार चुके हैं.
चुनाव की प्रक्रिया और महत्व
यह मुकाबला बेहद रोचक रहा, क्योंकि रूडी पिछले 25 वर्षों से इस पद पर निर्विरोध काबिज थे. संजीव बालियान जो पश्चिमी उत्तर प्रदेश के प्रमुख जाट नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री हैं ने कड़ी टक्कर दी लेकिन निर्णायक मुकाबले में उन्होंने जीत दर्ज की. लोकसभा अध्यक्ष इसके पदेन अध्यक्ष होते हैं, जबकि सचिव (प्रशासन) क्लब के संचालन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. 12 अगस्त 2025 को हुए चुनाव में 707 सांसदों और पूर्व सांसदों ने मतदान किया, जिसमें अमित शाह, सोनिया गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे जैसे दिग्गज शामिल थे.
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