फिल्म 'आनंद' बॉलीवुड की क्लासिक फिल्मों में से एक मानी जाती है जो आज से ठीक 49 बरस पहले सिल्बर स्क्रीन पर रिलीज हुई थी. एक्टर राजेश खन्ना उस समय सुपर स्टार थे और फिल्म में उनकी मौजूदगी फिल्म की हिट होन की गारंटी माना जाता था. वहीं अमिताभ बच्चन सफल होने के लिए संघर्ष कर रहे थे. राजेश खन्ना की तुलना में उनकी लोकप्रियता न के बराबर ही थी. लेकिन फिल्म 'आंनद' के रिलीज होने के बाद तुरंत ही कुछ ऐसा हुआ जिसकी कल्पना अमिताभ बच्चन को भी नहीं थी.


डायरेक्टर ह्रषिकेश मुखर्जी की फिल्म 'आंनद' 12 मार्च 1971 को बॉक्स पर रिलीज हुई थी. इस फिल्म से जुड़ा एक रोचक किस्सा है. जिसका जिक्र अमिताभ बच्चन सोशल मीडिया पर भी कर चुके हैं. ये किस्सा कुछ इस तरह से है. जिस दिन 'आंनद' फिल्म रिलीज हुई उस दिन अमिताभ बच्चन मुंबई के एसवी रोड के इरला स्थिति एक पेट्रोल पंप पर अपनी कार में पेट्रोल भरवाने के लिए पहुंचे.


उस वक्त उन्हें सिर्फ गिनती के ही लोगों ने नोटिस किया लेकिन वहीं जब वे शाम को दोबारा पेट्रोल भरवाने के लिए उसी पंप पर पहुंचे तो उन्हें पहचानने वालों की संख्या बहुत थी. दरअसल अमिताभ बच्चन के करियर की यह पहली हिट फिल्म थी. इस फिल्म में अमिताभ बच्चन ने एक डाक्टर की भूमिका निभाई थी. जिसमें उनके किरदार का नाम डा. भास्कर था. जो कैंसर से पीड़ित राजेश खन्ना का इलाज कर रहे थे. राजेश खन्ना ने इस फिल्म में आनंद सहगल का किरदार निभाया था.


इस फिल्म में राजेश खन्ना के साथ साथ उनकी भी एक्टिंग को खूब सराहा गया था. इस फिल्म के गाने और डायलॉग खूब लोकप्रिय हुए थे. इस फिल्म का एक डायलॉग - ए बाबूमोशाय, जिंदगी और मौत ऊपरवाले के हाथ में है, उसे न आप बदल सकते हैं और न मैं. आज भी बेहद लोकप्रिय है. इस फिल्म के डायलॉग गुलजार ने लिखे थे.


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