Pran: हिंदी सिनेमा में कई विलेन रहे हैं जिन्हें आज भी दर्शक याद करते हैं. वहीं जब कहीं भी कोई 'बरखुरदार' और 'बेटा साईं' कहता है तो हर किसी के जहन में सिर्फ एक ही नाम आता है और वो है प्राण (Pran)! प्राण एक ऐसे कलाकार थे जिन्होंने बुरे और अच्छे दोनों किरदारों में दर्शकों पर अपनी छाप छोड़ी है. 14 अगस्त 1947 को प्राण अपनी पत्नी और एक साल के बेटे के साथ लाहौर से मुंबई (Mumbai) आ गए थे. देश के बटवारें में उनका पालतू कुत्ता खो गया, जिसे वो बेहद प्यार करते थे. कहा जाता है कि उस कुत्ते की याद में प्राण रोया भी करते थे. मुंबई आने के लगभग 8 महीने के बाद मशहूर लेखक सआदत हसन मंटो की मदद से प्राण को साल 1948 में शहीद लतीफ़ की फिल्म ‘जिद्दी’में काम करने का मौका मिला था.






इसके अलावा क्या आप जानते हैं कि इतने कामयाब एक्टर रह चुके प्राण का पूरा नाम प्राण कृष्ण सिकंद है और वो कभी भी एक एक्टर नहीं बनना चाहते थे. दरअसल प्राण एक फोटोग्राफर बनना चाहते थे जिसके लिए उन्होंने ‘अ दास एंड कंपनी’ जो दिल्ली में है वहां फोटोग्राफी सीखने के लिए नौकरी की थी. लेकिन वो कहते हैं ना किस्मत आपको अपने हुनर से मिलवा ही देती है. फिर उन्होंने रामलीला में काम किया जहां से उनकी रुचि एक्टिंग में हुई. लेकिन अपने पिता को अपने एक्टिंग करियर के बारे में बताने की हिम्मत उनमें नहीं थी. पिता के साथ-साथ प्राण का पूरा परिवार उनकी एक्टिंग के खिलाफ था. वो अपने पिता से इतना डर गए थे कि अपने पहले ब्रेक के बारे में भी उन्होंने किसी को नहीं बताया. जब साल 1940 में उन्हे पंजाबी फिल्म ‘यमला जट’ में काम करने का मौका मिला तब हिम्मत करके उन्होंने अपनी एक्टिंग के बारे में पिता को बताया. धीरे-धीरे एक्टिंग के लिए उनका प्यार इतना बढ़ गया कि उन्होंने सिर्फ 1 रुपये में फिल्म 'बॉबी' साइन की थी.






इतना ही नहीं बॉलीवुड में प्राण अपनी फीस के लिए भी काफी सुर्खियों में रहते थे. क्योंकि उस वक्त ये खबरें थी कि उन्हें राजेश खन्ना (Rajesh Khanna) और अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) से ज्यादा फीस मिलती थी. लगातार खलनायक की भूमिका निभाने के बाद प्राण को अमिताभ बच्चन के साथ फिल्म ‘जंजीर’ (Zanjeer) मिली थी लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस रोल के लिए प्राण से पहले देव आनंद (Dev Anand) , राज कुमार (Rajkumar)  और धर्मेंद्र (Dharmendra) जैसे सुपरस्टार्स को ऑफर किया गया था. फिर उम्र की वजह से उन्होंने 1990 से फिल्मों में काम करना बंद कर दिया था और साल 2013 में 12 जुलाई को उन्होंने अपनी आखिरी सांसे लीं.