Lok Sabha Elections 2024: मुस्लिम यूनाइटेड फ्रंट और मुस्लिम जेएसी गुंटूर ने विपक्षी दलों के गठबंधन से आगामी लोकसभा चुनाव में कम से कम 50 मुस्लिम उम्मीदवार उतारने की मांग की है. यह मांग कांग्रेस के साथ-साथ I.N.D.I.A. गठबंधन में शामिल अन्य विपक्षी दलों से भी की गई है. मुस्लिम यूनाइटेड फ्रंट और मुस्लिम जेएसी गुंटूर के अध्यक्ष मोहम्मद कलीम ने कांग्रेस अध्यक्ष और I.N.D.I.A. गठबंधन के चेयरमैन मल्लिकार्जुन खरगे को एक पत्र लिखा है. इस खत में कहा गया है कि मौजूदा समय में 27 मुस्लिम सांसद हैं. विपक्षी दलों के गठबंधन को यह सुनिश्चित करना चाहिए की आगामी चुनाव में कम से कम 50 मुस्लिम उम्मीदवार जीत हासिल करें.


मोहम्मद कलीम ने अफसोस जताते हुए लिखा कि 27 राजनीतिक दलों के गठबंधन से बने I.N.D.I.A. गठबंधन ने अब तक पर्याप्त मात्रा में मुस्लिम समुदाय से उम्मीदवार नहीं उतारे हैं. उन्होंने यह भी कहा कि आंध्र प्रदेश को छोड़कर दक्षिण भारत के अधिकतर राज्यों में विपक्षी दलों का गठबंधन मजबूत स्थिति में है. इस वजह से दक्षिण भारत में कांग्रेस को कम से कम 10 मुस्लिम उम्मीदवार उतारने चाहिए.


2019 में 52 सीट जीत पाई थी कांग्रेस

2019 लोकसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी कुल 52 सीट जीत पाई थी. ऐसे में 2024 के लिए कांग्रेस ने सभी विपक्षी दलों के साथ गठबंधन कर लिया. इस गठबंधन का उद्देश्य भारतीय जनता पार्टी को सत्ता से बाहर करना है. ऐसे में कांग्रेस के सामने पहली चुनौती यह है कि ऐसे उम्मीदवारों को टिकट दिया जाए, जो जीत हासिल कर सकें. चर्चा है कि कई राज्यों में कांग्रेस के बड़े नेता हार के डर से चुनाव लड़ने से कतरा रहे हैं. इसी वजह से मध्य प्रदेश में पार्टी ने 5 विधायकों को भी टिकट दिया है. मध्य प्रदेश में कांग्रेस 2019 में सिर्फ एक सीट जीत पाई थी. 80 लोकसभा सीटों वाले उत्तर प्रदेश में भी कांग्रेस को सिर्फ रायबरेली सीट पर जीत मिली थी. राजस्थान और गुजरात में भी कांग्रेस की सीटें न के बराबर थीं.


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