Silver Price Hike: साल 2024 में सोने और चांदी दोनों ही कीमतों में रिकॉर्ड तेजी देखने को मिली है. लेकिन चांदी की कीमतों में तेज उछाल सोने पर भी भारी पड़ा है. इंडियन बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन (IBJA) के डेटा के मुताबिक 23 मई 2024 को चांदी 90,055 रुपये प्रति किलो पर क्लोज हुआ है. 14 फरवरी 2024 को चांदी 69,150 रुपये प्रति किलो में मिल रहा था और उस लेवल से चांदी की कीमतों में 30 फीसदी से ज्यादा का उछाल आ चुका है. और कई जानकारों का कहना है कि चांदी आने वाले दिनों एक लाख करोड़ रुपये के लेवल को भी पार कर सकता है. 


क्यों बढ़ रही चांदी की कीमत? 


चांदी की खपत दो मोर्चो पर होती है. लोग चांदी की जेवरात खरीदते हैं. निवेश के लिए भी निवेशक चांदी में निवेश करते हैं इसलिए इसे एक फाइनेंशियल एसेट के तौर पर भी देखा जाता है. तो चांदी का इस्तेमाल इंडस्ट्रियल कामों के लिए भी किया जाता है. चांदी का बड़े पैमाने पर इस्तेमाल सोलर पैनल बनाने में किया जाता है. सरकारों का पूरा फोकस क्लीन एनर्जी पर है. सोलर से बिजली उत्पादन को बढ़ावा दिया जा रहा है. ऐसे में चांदी की डिमांड आने वाले दिनों में लगातार बढ़ती ही चली जाएगी. 


खपत से कम प्रोडक्शन 


चांदी की खपत इलेक्ट्रिक कारों से लेकर 5जी जैसे टेक्नोलॉजी में भी किया जा रहा है. एक अनुमान के मुताबिक 60 फीसदी से ज्यादा चांदी की खपत उद्योगजगत में की जा रही है. चांदी खपत बढ़ रही है लेकिन डिमांड के मुताबिक उसकी प्रोडक्शन कम हुआ है. 2016 के बाद से लगातार चांदी की माइनिंग में गिरावट देखने को मिली है जबकि डिमांड में भारी उछाल देखने को मिला है. 


1 लाख रुपये तक जा सकती है चांदी 


यही वजह है कि चांदी पर ब्रोकरेज हाउसेज से लेकर जानकार बेहद बुलिश हैं. हाल ही में मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज ने अपने नोट में कहा कि चांदी में सोने से ज्यादा तेजी देखने को मिलेगी और ये सोने को भी आउटपरफॉर्म करेगा. पिछले 15 वर्षों में चांदी ने लगातार 7 फीसदी का सालाना रिटर्न दिया है. और चांदी घरेलू बाजार में 1 लाख रुपये के लेवल को छू सकता है तो कॉमैक्स पर 34 डॉलर प्रति आउंस तक जा सकता है. साफ है चांदी की कीमतों में आई चमक यहीं नहीं थमने वाली बल्कि इसकी चमक और बढ़ेगी. 


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