GDP Growth: वित्तवर्ष की दूसरी तिमाही के लिए Icra ने GDP ग्रोथ का अनुमान बढ़ाया है. उसे भरोसा है कि सरकार की तरफ से आने वाले दिनों में खर्च बढ़ाया जाएगा. पहले इस घरेलू रेटिंग एजेंसी का जुलाई-सितंबर अवधि के लिए रियल जीडीपी ग्रोथ का पिछला अनुमान 7.7 फीसदी था. वित्त वर्ष 2022 की पहली तिमाही में जीडीपी ग्रोथ में 20 फीसदी की तेजी देखी गई थी. यह कम बेस पर थी. आरबीआई ने पूरे वित्त वर्ष 2022 में 9.5 फीसदी पर ग्रोथ रेट रहने का अनुमान जताया है.


यहां से मिला सहारा


खबरों के मुताबिक, Icra की चीफ इकोनॉमिस्ट अदिति नायर ने कहा कि वित्त वर्ष 2022 की दूसरी तिमाही में आर्थिक गतिविधियों को औद्योगिक और सर्विस सेक्टर की वॉल्यूम में इजाफे से समर्थन मिला है. इसकी वजह कोविड-19 की दूसरी लहर के धीमा पड़ने और बढ़ती वैक्सीन कवरेज से लोगों में आत्मविश्वास आना है.


आर्थिक गतिविधियां कैसे बढ़ीं?


साथ ही केंद्र और राज्य सरकार का बढ़ता खर्च, मजबूत मर्चेंडाइज एक्सपोर्ट और इस तिमाही में कृषि क्षेत्र से अच्छी मांग की वजह से भी आर्थिक गतिविधियां बढ़ी हैं. विशेषज्ञों का कहना है कि यह हालात कोरोना की दूसरी लहर के दौरान वित्त वर्ष की पहली तिमाही के मुकाबले काफी बेहतर हैं.


एजेंसी ने ये भी कहा है कि अगर एक साल पहले की अवधि से तुलना की जाती है तो सामान्य होते आधार से ग्रोथ में बढ़ोतरी की उम्मीद है.  केंद्र सरकार का नॉन-इंट्रस्ट रेवेन्यू खर्च वित्त वर्ष 2022 की दूसरी तिमाही में 15 फीसदी बढ़ा है. इसके मुकाबले वित्त वर्ष 2022 की पहली तिमाही में इसमें 7.3 फीसदी की गिरावट आई थी. इसके साथ, वित्त वर्ष 2022 की दूसरी तिमाही में रेवेन्यू खर्च 13.1 फीसदी बढ़ा है. वित्त वर्ष 2022 की पहली तिमाही में इसमें 10.6 फीसदी की ग्रोथ देखी गई थी.


एजेंसी ने तिमाही में इंडस्ट्री, सर्विसेज और एग्रीकल्चर, फॉरेस्ट्री और फिशिंग के लिए ग्रॉस वैल्यू एडेड बेसिस पर ग्रोथ का अनुमान क्रमश: 8.5 फीसदी, 7.9 फीसदी और 3.0 फीसदी किया है.


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