साल 2023 समाप्त होने की दहलीज पर है. अब इस साल शेयर बाजार में कारोबार के गिने-चुने दिन बच रहे हैं. आज के बाद अगले दो दिन वीकेंड के चलते बाजार बंद है. उसके बाद सोमवार को क्रिसमस की छुट्टी रहने वाली है. अगले सप्ताह सिर्फ चार दिनों का कारोबार होगा और उसके बाद के सप्ताह में बाजार जब खुलेगा, नया साल उससे पहले ही शुरू हो जाएगा.

इस साल बने कई रिकॉर्ड

शेयर बाजार के लिए साल 2023 काफी शानदार साबित हुआ है. साल के दौरान बाजार ने काफी उतार-चढ़ाव का सामना किया. हालांकि बाजार के लिए साल हाई नोट पर समाप्त हो रहा है. 2023 के आखिरी दिनों में बाजार अपनी रिकॉर्ड ऊंचाई के पास ट्रेड कर रहा है. इससे पहले घरेलू बाजार ने साल के दौरान कई बेमिसाल रिकॉर्ड बनाया.

इन फैक्टर्स से मिला सपोर्ट

साल 2023 के दौरान निफ्टी पहली बार 21,500 अंकों के पार निकला है और सेंसेक्स ने 71,000 का आंकड़ा पार किया है. मोतीलाल ओसवाल ब्रोकिंग एंड डिस्ट्रीब्यूशन के अनुसार, इस साल कई फैक्टर ने बाजार की मदद की. अर्थव्यवस्था के मोर्चे पर बेहतर प्रदर्शन से बाजार को सपोर्ट मिला. चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में जीडीपी वृद्धि 7.7% रही, जिसे मुख्यतः विनिर्माण और निवेश क्षेत्रों के मजबूत प्रदर्शन ने संचालित किया. इसके चलते भारतीय रिजर्व बैंक ने FY24 के लिए अपने जीडीपी अनुमान को 7% तक बढ़ा दिया. जीएसटी कलेक्शन, मासिक ऑटोमोबाइल बिक्री, बिजली की मांग, पीएमआई डेटा ने भी मजबूत वृद्धि दर्ज की है. पहली छमाही कॉरपोरेट अर्निंग के लिहाज से भी शानदार रही और निफ्टी की कंपनियों ने 30% की वार्षिक शुद्ध लाभ वृद्धि दिखाई.

बाजार को हुआ दोतरफा फायदा

राजस्थान, मध्य प्रदेश, और छत्तीसगढ़ के राज्य चुनावों में भाजपा की भारी जीत के साथ, निवेशकों में 2024 के लोकसभा चुनावों के बाद राजनीतिक स्थिरता को लेकर विश्वास और भी बढ़ गया है. भारतीय बाजार के लिए मैक्रो इकोनॉमिक और पॉलिसी दोनों मोर्चे पर इस साल परिस्थितियां सकारात्मक रहीं, जिसका बाजार को फायदा मिला. मोतीलाल ओसवाल के अनुसार, इसी कारण 2023 में बीएसई की लिस्टेड कंपनियों का बाजार पूंजीकरण 4 ट्रिलियन डॉलर के पार निकल गया और NSE ने हांगकांग स्टॉक एक्सचेंज को पीछे छोड़ते हुए बाजार मूल्यांकन के हिसाब से विश्व का सातवां सबसे बड़ा एक्सचेंज बन गया.

आने वाले दिनों का अनुमान

मोतीलाल ओसवाल ने नए साल के लिए भी उम्मीदें जाहिर की हैं. घरेलू ब्रोकरेज फर्म का कहना है कि 2024 में बाजार को प्रभवित करने वाले फैक्टर्स में आगामी लोकसभा चुनाव और बजट प्रमुख हैं. घरेलू मोर्चे पर रिजर्व बैंक के द्वारा ब्याज दरें कम करने से भी बाजार प्रभावित होगा. हालिया स्वेज नजर संकट से महंगाई के मोर्चे पर कुछ चुनौती दिख सकती है. वहीं वैश्विक स्तर पर आर्थिक वृद्धि, ब्याज दरों में कटौती, महंगाई और भू-राजनीतिक मुद्दे प्रमुख फैक्टर होंगे.

नए साल में कैसा रहेगा बाजार

मोतीलाल ओसवाल का कहना है कि बाजार की भावना और मजबूत होगी क्योंकि चल रही पूर्व-चुनाव रैली जारी रहने की संभावना है. कोई भी दर कटौती बाजार को अतिरिक्त प्रोत्साहन प्रदान करेगी. सरकार के मुख्य क्षेत्रों में दीर्घकालिक पूंजीगत व्यय पर केंद्रित दृष्टिकोण और 2024 में वैश्विक स्तर पर दर कटौतियों की अपेक्षाओं के साथ, वृद्धि स्टॉक्स पर ध्यान केंद्रित होगा. BFSI, औद्योगिक, रियल एस्टेट, ऑटो और उपभोक्ता विवेकाधीन सेक्टर आगे चलकर अच्छा प्रदर्शन करेंगे. हमारा मानना है कि अगले कुछ तिमाहियों में, क्षेत्रीय रोटेशन साथ ही साथ समग्र बाजार की तेजी का एक महत्वपूर्ण चालक हो सकता है.

नए साल के लिए मोतीलाल ओसवाल के टॉप-10 पिक्स:

 

कंपनी

एम. कैप

सीएमपी

लक्ष

अपसाइड

ईपीएस

पीई (एक्स)

 

(INR करोड़)

(INR)

(INR)

(%)

एफवाय24

एफवाय25

एफवाय24

एफवाय25

एसबीआई

5,66,891

635

700

10%

78

90

8

7

हीरो मोटो

76,497

3827

4480

17%

201

213

19

18

स्पंदना स्फूर्ति

7,311

1028

1200

17%

71

93

14

11

एल एंड टी

4,74,183

3,373

3,660

9%

98

121

35

28

डालमिया भारत

40,792

2175

2800

29%

45

64

48

34

टाटा कंज्यूमर

90,792

977

1,110

14%

15

19

67

50

कोल इंडिया

2,17,945

354

380

7%

41

41

9

9

जोमैटो

1,09,801

126

135

7%

0

1

451

123

ऑयल इंडिया

41,527

383

410

7%

54

58

7

7

कजारिया

21,648

1359

1580

16%

29

36

47

37

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