Bank Employees Salary Hike: 8 मार्च 2024 को सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में काम करने वाले 8.50 लाख बैंक कर्मचारियों को बड़ी सौगात मिलने वाली है. एक महीने बाद होने वाले लोकसभा चुनाव की तारीखों के एलान से पहले बैंक कर्मचारियों के वेतन बढ़ोतरी पर मुहर लगने वाली है. देश के सरकारी बैंकों की मैनेजमेंट की बॉडी इंडियन बैंक एसोसिएशन ने सभी बैंकों के यूनियनों यूएफबीयू (UFBU) को मुंबई में 8 मार्च 2024 को वेज रिवीजन सेटलमेंट पर हस्ताक्षर करने के लिए न्योता भेजा है. आईबीए और बैंक यूनियनों के बीच समझौते के साथ बैंक कर्मचारियों को होली से पहले वेतन बढ़ोतरी की बड़ी सौगात मिलेगी. 


8 मार्च को वेतन बढ़ोतरी की मिलेगी सौगात


ऑल इंडिया बैंक एम्पलॉयज एसोसिएशन के महासचिव सी एच वेंकटचलम ने बताया कि पहले इंडियन बैंक एसोसिएशन ने 11 मार्च 2024 को चेन्नई में वेतन बढ़ोतरी के फाइनल सेटलमेंट पर हस्ताक्षर करने के लिए न्योता दिया था. लेकिन अब इंडियन बैंक एसोसिएशन ने सेटलमेंट पर हस्ताक्षर की तारीख को बदलकर 8 मार्च 2024 करने के साथ ही सेटलमेंट पर हस्ताक्षर करने के स्थान को भी बदलकर चेन्नई से मुंबई कर दिया है. 8 मार्च को मुंबई में आईबीए और बैंक यूनियनों के बीच द्विपक्षीय बैठक होगी और उसी दिन वेतन बढ़ोतरी के 12वें द्विपक्षीय सेटलमेंट पर हस्ताक्षर किया जाएगा. ये माना जा रहा कि 12वें द्विपक्षीय सेटलमेंट के तहत 15 से 20 फीसदी तक बैंक कर्मचारियों का वेतन बढ़ाया जा सकता है. 






पेंशनर्स को मिलेगा मुआवजा 


ऑल इंडिया बैंक एम्पलॉयज एसोसिएशन के महासचिव ने बताया पेंशनर्स को आश्वस्त करते हुए कहा कि 12वें बीपी सेटलमेंट में जनवरी 1986 से लेकर अक्टूबर 2022 तक के लिए पेंशनर्स (Pensioners) या फैमिली पेंशनर्स (Family Pensioners) को मुआवजा (Ex-Gratia) का भी भुगतान किया जाएगा. नवंबर 2022 से मुआवजे के एरियर का भुगतान किया जाएगा. 


आचार संहिता लागू होने के पहले बढ़ेगा वेतन


केंद्र सरकार भी 8.50 लाख बैंक कर्मचारियों के वेतन बढ़ोतरी के समझौते पर लोकसभा चुनाव की तारीखों के साथ ही लागू होने वाले आचार संहिता से पहले हर हाल में देखना चाहती है. वेतन बढ़ोतरी में देरी होने से केंद्र में मौजूदा सत्ताधारी दल को चुनावी नुकसान हो सकता है जिससे वो बचना चाहती है. सरकारी बैंकों के कर्मचारियों का मौजूदा 11वां वेतन एग्रीमेंट एक नवंबर 2022 को ही खत्म हो चुका है. और उसके बात से ही वेतन बढ़ोतरी पर सहमति बनाने के लिए यूनियनों और आईबीए की बीच बातचीत चल रही थी. हालांकि अभी तक ये स्पष्ट नहीं हो पाया है कि सभी शनिवार को बैंकों में छुट्टी पर सहमति बन पाई है या नहीं. बैंक यूनियन बैंक में पांच दिनों के कामकाज करने की मांग कर रहे हैं. आईबीए भी सरकार को बैंकों में सभी शनिवार को छुट्टी घोषित करने का प्रस्ताव पहले ही सौंप चुकी है. मौजूदा समय में हर महीने के दूसरे और चौथे शनिवार को बैंक बंद रहते हैं. 


5 डे वर्किंग की होगी घोषणा? 


दिसंबर 2023 में हुए शीतकालीन सत्र में सरकार से सवाल पूछा गया था कि क्या बैंक यूनियनों या आईबीए की ओर सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में पांच दिनों के कामकाज की मांग को लेकर कोई प्रस्ताव सरकार को सौंपा गया है? और क्या सरकार इसे लागू करने जा रही है? इस प्रश्न का लिखित में जवाब देते हुए वित्त राज्यमंत्री भागवत कराड ने स्वीकार किया कि इंडियन बैंक एसोसिएशन ने सभी शनिवार को बैंकों में छुट्टी घोषित करने का प्रस्ताव सरकार को सौंपा है. बहरहाल बैंक कर्मचारियों को वेतन बढ़ोतरी के साथ हर शनिवार की छुट्टी की सौगात मिलने का इंतजार है. 


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