Shaheed Mahendra Karma Vishwavidyalaya Fourth Convocation: बस्तर (Bastar) में मौजूद शहीद महेंद्र कर्मा विश्वविद्यालय में चतुर्थ दीक्षांत समारोह का आयोजन किया गया और विभिन्न सेमेस्टर परीक्षाओं में प्रथम आने वाले उत्कृष्ट 93 छात्र-छात्राओं को गोल्ड मेडल से सम्मानित किया गया. साथ ही 43 विद्यार्थियों को पीएचडी और एक मानद उपाधि दी गई. 


विश्वविद्यालय के इस दीक्षांत समारोह में प्रदेश के महामहिम राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन और प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय (Vishnu Deo Sai) मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए. राज्यपाल ने अपने संबोधन में कहा कि साल 2021-22 और 23 को मिलाकर 76 फीसदी गोल्ड मैडल छात्राओं को मिले हैं. इसी तरह पीएचडी में महिला शोधकर्ताओं की संख्या पुरुषों की मुकाबले अधिक है. गोल्ड मेडल हासिल करने वाले में आदिवासी और पिछड़े वर्गों की छात्राएं और महिलाओं का शामिल होना भी उतना ही उत्साह जनक है. 


बस्तर को अपार प्राकृतिक सौंदर्य का उपहार- राज्यपाल
राज्यपाल ने कहा "बस्तर समृद्ध प्राकृतिक प्रचुरता और संस्कृति के लिए पूरे देश-विदेश में जाना जाता है. प्रकृति ने बस्तर को अपार प्राकृतिक सौंदर्य का उपहार दिया है.  यहां के हरे भरे जंगल, बहती नदीयां और खनिज युक्त मिट्टी इसकी पारिस्थितिक समृद्ध का प्रमाण है. इस वजह से केंद्र और राज्य सरकार द्वारा बस्तर की आधुनिकता को अपनाते हुए सतत विकास, सांस्कृतिक संरक्षण और समावेशी विकास को बढ़ावा देने की लगातार कोशिश की जा रही है."


राज्यपाल ने कहा कि छत्तीसगढ़ में बस्तर विश्वविद्यालय को केंद्रीय परियोजना "मेरु " के तहत 100 करोड़ रुपये के अनुदान की स्वीकृति मिली है, जिससे विश्वविद्यालय में सुविधा बढ़ाई जाएगी और जिनमें कई नये विभागों का संचालन भी किया जाएगा. इससे बस्तर संभाग के आदिवासी छात्र -छात्राओं को तकनीकी शिक्षा और बेहतर शिक्षा के साथ सारे संसाधन उपलब्ध हो सकेंगे. इसके अलावा प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने भी दीक्षांत समारोह में छात्र-छात्राओं को संबोधित किया.


सीएम विष्णुदेव साय ने क्या कहा?
मुख्यमंत्री ने कहा "यह बहुत ही खुशी का विषय है कि बस्तर संभाग के 93 छात्रों ने अपनी बेहतर शिक्षा से गोल्ड मेडल हासिल किया है. इसमें  बस्तर के ऐसे छात्र शामिल हैं, जो नक्सल प्रभावित क्षेत्र से आते हैं. कई बच्चे ऐसे भी हैं, जो नक्सल हिंसा से पीड़ित हैं. लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारते हुए अपनी शिक्षा को जारी रखा और अपने मेहनत और लगन से गोल्ड मेडल हासिल किया. उन्होंने कहा बस्तर जैसे ग्रामीण अंचल में उच्च शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए शहीद महेंद्र कर्मा विश्वविद्यालय का बड़ा योगदान है."


सीएम साय ने कहा कि, इस विश्वविद्यालय से 41 हजार 119 डिग्री प्रदान की जा चुकी हैं. विश्वविद्यालय से शिक्षा प्राप्त करने वाले सभी ग्रैजुएट और पोस्ट ग्रेजुएट छात्र बस्तर के विकास में अपनी अहम भूमिका निभाएंगे. मुख्यमंत्री ने दीक्षांत समारोह में पिछले दो सत्रों में 93 गोल्ड मेडल हासिल किये छात्र-छात्राओं से मुलाकात की, जिसमें 71 छात्राएं शामिल हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि विशेष पिछड़ी जनजातियों के विकास के लिए प्रधानमंत्री जनमन योजना आरंभ की गई है. उन्होंने कहा कि बस्तर में बेटियां पढ़ रही हैं, यह बहुत ही सुखद विषय है.


'मेरु' योजना के तहत 100 करोड़ रुपये का अनुदान
सीएम ने कहा कि, यहां शिक्षा को लेकर जिस तरह से परिवर्तन आया है वह भी बहुत ही सुखद  है. उन्होंने कहा कि प्रदेश और केंद्र सरकार ने संयुक्त रूप से प्रधानमंत्री राष्ट्रीय उच्चतर शिक्षा अभियान "मेंरू" योजना के अंतर्गत 100 करोड़ रुपये का अनुदान दिया है.  इस अनुदान से बस्तर में शिक्षा के नए युग की शुरुआत होगी. साथ ही इस राशि से बेहतर शिक्षा और तकनीकी संसाधन मिल सकेंगे. 


मुख्यमंत्री साय ने कहा "अभी विश्वविद्यालय को 100 करोड़ रुपये की राशि अनुदान दिया गया है. रिसर्च और अन्य जरूरतों के संबंध में आगे भी राज्य सरकार बजट उपलब्ध कराएगी. उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने इस साल से विश्वविद्यालय को 20 नये विभागों में 33 नए पाठ्यक्रम आरंभ करने की स्वीकृति दी है. इन नए पाठ्यक्रम में बहुत से पाठ्यक्रम ऐसे है जो उद्यम के इच्छुक युवाओं के लिए काफी उपयोगी हैं. बस्तर के उद्यमशील युवाओं को तैयार करने के लिए यह पाठ्यक्रम काफी उपयोगी होंगे."


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