Electric Vehicle Demand in India : देश में पिछले कुछ ही महीनो के अंदर इलेक्ट्रिक व्‍हीकल्‍स (Electric Vehicles) की मांग में जबर्दस्‍त बढ़ोत्‍तरी दर्ज हुई है. आमतौर पर परंपरागत ईंधन का विकल्‍प इलेक्ट्रिक वाहन ले रहे है. आपको बता दे कि देश में पेट्रोल-डीजल (Petrol-Diesel Price) की कीमतों में आए दिन बढ़ोत्तरी हो रही है, जिससे लोगो में इलेक्ट्रॉनिक वाहनों की तरफ रूचि देखी जा रही है.


CEF ने पेश किये आंकड़े
वित्त वर्ष 2022-23 की पहली तिमाही में ईवी की बिक्री के आंकड़े सीईईडब्‍ल्‍यू-सेंटर फॉर एनर्जी फाइनेंस (Center for Energy Finance) मार्केट हैंडबुक के जारी सामने आए हैं. सीईईडब्ल्यू-सीईएफ की प्रोग्राम एसोसिएट रुचिता शाह का कहना है कि, इलेक्ट्रिक वाहनों (EV) की बिक्री के मामले में, मौजूदा वित्त वर्ष की पहली तिमाही में ईवी (EV) की बिक्री, पिछले वित्त वर्ष में कुल बिके ईवी के लगभग आधे हिस्से तक पहुंच गई. 


ईवी बैटरी के मानक जारी 
आपको बता दे कि दोपहिया (Two Wheeler) और तिपहिया (Three Wheeler) e-rickshaw सहित वाहनों की कुल बिक्री में, बैटरीचालित दोपहिया वाहनों का हिस्सा 3.7 फीसदी और तिपहिया वाहनों का हिस्सा 54.9 प्रतिशत रही है. इस तिमाही में ईवी की सुरक्षा के बारे में भारतीय मानक ब्यूरो (BIS) ने उपभोक्ता सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ईवी बैटरी (EV Battery) के मानकों को लेकर निर्देश दिए है.


क्यों बने पहली पसंद 
नीति आयोग (NITI Aayog) ने अग्रिम लागत घटाने और कम जगह में ईवी चार्जिंग (EV Charging) के लिए बैटरी स्वैपिंग पॉलिसी (Battery Swapping Policy) को लागू किया है. इन उपायों से ग्राहकों को सभी श्रेणी में ज्यादा से ज्यादा इलेक्ट्रिक वाहनों को अपनाने के लिए बल मिलेगा.


देखें तिमाही-दर-तिमाही आंकड़े
CEF Market Handbook यह बताती है कि आग लगने की कई घटनाओं के बावजूद, चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री पिछले वर्ष की इसी तिमाही की तुलना में 636 प्रतिशत बढ़कर 2 लाख यूनिट से थोड़ा ऊपर पहुंची है. इसमें ईवी की बिक्री में 18 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है. इस तिमाही में बिक्री होने वाले कुल नए वाहनों में ईवी की हिस्सेदारी बढ़कर 4.35 प्रतिशत हो गई, जो पिछले वित्तवर्ष की इसी तिमाही में 1 प्रतिशत से भी कम थी.


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