Economic Survey 2022: संसद में बजट सत्र के पहले दिन आर्थिक सर्वे वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पेश किया. आर्थिक सर्वे को लेकर संवाददाता सम्मेलन में वित्त मंत्रालय के प्रिंसिपल इकोनॉमिक  एडवाइजर संजीव सान्याल ने कहा कि आर्थिक विकास की गाड़ी पटरी पर है लेकिन अर्थव्यवस्था पूरी तरह से दिक्कतों से बाहर नहीं निकली है. उन्होंने कहा कि हाल के दिनों में कच्चे तेल के दामों में बढ़ोतरी आई है तो वहीं कई देशों के सेंट्रल बैंक ब्याज दर बढ़ाने वाले हैं ये सभी बातें भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए बहुत मायने रखती है. उन्होंने कहा कि कच्चे तेल के दामों में आ रही बढ़ोतरी के चलते हमें आयातित महंगाई को लेकर सतर्क रहना होगा. 


संजीव सान्याल ने कहा कि अगले साल भारत 8 से 8.5 फीसदी के दर से आर्थिक विकास करेगा और भारतीय अर्थव्यवस्था सबसे तेज गति से विकास करेगी. उन्होंने कहा कि अब कोरोना महामारी का बहुत असर देखने को नहीं मिलेगा साथ ही लॉकडाउन के भी आसार नहीं है जिसके चलते अर्थव्यवस्था के आगे बढ़ने में कोई बाधा आने की संभावना नहीं है. इस वर्ष मानसून के सामान्य रहने की उम्मीद है. इस वर्ष तक ग्लोबल सप्लाई चेन में दिक्कत रहेगी लेकिन धीरे धीरे इसमें कमी आएगी. संजीव सान्याल ने बताया कि भारत के पास अब दुनिया में सबसे अधिक विदेशी मुद्रा भंडार है, और यह 13.2 महीने के आयात के बराबर है. टैक्स और गैर-टैक्स से प्राप्त राजस्व में बढ़ोतरी आई है. 


संजीव सान्याल ने बताया कि सोशल सेक्टर सेवाओं पर भारत का खर्च 2021-22 में बढ़कर 7.37 लाख करोड़ रुपये हो गया है. उन्होंने कहा, कोविड-19 महामारी के दौरान सरकार ने करीब 1 लाख करोड़ रुपये का भोजन वितरित किया है. उन्होंने कहा कि प्याज टमाटर की कीमतों में आने वाले बढ़ोतरी के लिए सप्लाई चेन को दुरुस्त किए जाने की जरुरत है. 


आपको बता दें आर्थिक सर्वे का ब्यौरा मुख्य आर्थिक सलाहकार द्वारा दिया जाता है लेकिन नए सीईए वी अनंथ नागेश्वरन की नियुक्ति तीन दिन पहले हुई है. इस वर्ष पेश किया गया आर्थिक सर्वे  प्रिंसिपल इकोनॉमिक  एडवाइजर संजीव सान्याल की निगरानी में तैयार किया गया है इसलिए उन्होंने सर्वे की पूरी जानकारी दी है. 


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