Black Box in Cars: यूरोप की सड़कों पर चलने वाली कारों में अब आसमान में यूज होने वाली टेक्नोलॉजी देखने को मिलेगी, क्योंकि यूरोपीय यूनियन में बेची जाने वाली सभी नई कारों को अब 'इवेंट डेटा रिकॉर्डर' (EDR) नामक डेटा रिकॉर्डर से लैस करना अनिवार्य कर दिया गया है. जोकि हवाई जहाज में यूज की जाने वाली "ब्लैक बॉक्स" नामक टेक्नोलॉजी पर बेस्ड है. ये डिवाइस दुर्घटना की जांच के साथ, सड़क की सुरक्षा बढ़ाने में मदद करेगी.

  


एयरोप्लेन में यूज किये जाने वाले ये ब्लैक बॉक्स, जिन्हें इवेंट डेटा रिकॉर्डर (EDR) के नाम भी जाना जाता है. कार के इलेक्ट्रॉनिक्स के अंदर छिपी हुई छोटी डिवाइस है. जोकि जरूरी जानकारी पर नज़र रखने का काम करती है. जैसे कार की स्पीड कितनी है, ब्रेक कितनी ज़ोर से दबा गए, यहां तक कि दुर्घटना के समय एयरबैग कब खुले. 


आमतौर पर ये एयरबैग कंट्रोल यूनिट में इनस्टॉल होता है. ईडीआर हमेशा ऑन रहता है, इसे बंद नहीं किया जा सकता. एयरबैग या सीट बेल्ट प्री-टेंशनर लगे होने पर, यह ऑटोमेटिक रूप से एक्टिव हो जाता है. अगर कार का एक्टिव हुड बाहर निकलता है या 0.15 सेकंड के अंदर 8 किमी/घंटे से ज्यादा की स्पीड में अचानक बदलाव होता है, तब भी यह रिकॉर्डिंग शुरू कर देता है. ब्लैक बॉक्स खासतौर पर, थोड़े समय के लिए इस डेटा का ट्रैक रखता है. जैसे दुर्घटना से पांच सेकंड पहले और उसके प्रभाव के केवल 0.3 सेकंड बाद. 


क्या होगा फायदा?


सामान्य दुर्घटना के कारणों और रिस्की ड्राइविंग पैटर्न की पहचान कर, सड़क सुरक्षा अभियान के साथ बुनियादी ढांचे में भी सुधार कर सकते हैं. इसके अलावा, ईडीआर से मिले डेटा की जांच कर, दुर्घटना की वजह पता करने में आसानी हो सकती है. जिससे ड्राइवरों और बीमाकर्ता दोनों के लिए बीमा क्लेम प्रक्रिया को सही ढंग से प्रोसेस करने में मदद मिलेगी. 


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