Sawan 2021: वृश्चिक राशि में केतु गोचर कर रहा है. केतु ग्रह को ज्योतिष शास्त्र में अशुभ और पाप ग्रह माना गया है. केतु, चंद्रमा को अपना परम शत्रु मानता है. इसी कारण जब चंद्रमा केतु के संपर्क में आता है तो ग्रहण योग का निर्माण होता है.


ग्रहण योग को ज्योतिष शास्त्र में अशुभ योग माना गया है. जिस व्यक्ति की जन्म कुंडली में ग्रहण योग का निर्माण होता है, उसे जीवन में कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है. चंद्रमा को ज्योतिष शास्त्र में मन और माता का कारक माना गया है. केतु को रहस्यमयी ग्रह माना गया है. ये शोध और मोक्ष का कारक भी माना गया है. 


सावन का आखिरी सोमवार (Last Sawan Somwar 2021 Date )
सावन का महीना चल रहा है. पंचांग के अनुसार 16 अगस्त 2021 को सावन का आखिरी सोमवार है. सावन का महीना 22 अगस्त को समाप्त हो रहा है. सावन का महीना धार्मिक दृष्टि से बहुत ही पवित्र और विशेष माना गया है. ग्रहण योग सावन के आखिरी सोमवार पर वृश्चिक राशि में बन रहा है. ग्रहण योग का प्रभाव सभी राशियों पर पड़ता है, लेकिन वृश्चिक राशि वाले इस योग से अधिक प्रभावित होंगे.


चंद्रमा जब केतु के संपर्क में आता है तो चंद्रमा के गुण नष्ट हो जाते हैं यानी चंद्रमा पीड़ित हो जाता है. चंद्रमा के पीड़ित होने से व्यक्ति को मानसिक, तनाव, अज्ञात भय, मन में बुरे विचार आदि आने लगते हैं. इसलिए इसकी अशुभता को दूर करने का प्रयास करना चाहिए.


वृश्चिक राशिफल (Scorpio Horoscope)- 16 अगस्त को चंद्रमा आपकी राशि में रहेंगे. जहां पर केतु पहले से विराजमान हैं. इसलिए धन, सेहत और संबंधों के मामले में सावधान रहने की जरूरत है. केतु और चंद्रमा से ग्रहण योग बन रहा है. ये ग्रहण योग लगभग दो दिनों तक रहेगा.


उपाय
16 अगस्त 2021 को सावन का सोमवार है. इस दिन भगवान शिव की पूजा करने से इस अशुभ योग से बचा जा सकता है. भगवान शिव की पूजा करने से केतु की अशुभता में कमी आती है. चंद्रमा भगवान शिव के उपासक हैं. इसलिए इस दिन भगवान शिव का अभिषेक करें, लाभ प्राप्त होगा.


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