ग्रह एक निश्चित अंतराल पर एक से दूसरी राशि में परिवर्तन करते रहते हैं. ग्रहों के राशि परिवर्तन के कारण आपस में युति बनती है. इस महीने मीन राशि में शनि और बुध का संयोग बन रहा है. बुध वाणी, व्यापार, बुद्धि और धन के कारक माने गए हैं.

वहीं शनि देव न्‍याय के देवता और कर्मफलदाता हैं. शनि अनुशासन, ज़िम्मेदारी और संरचना का प्रतीक है. मीन राशि में शनि और बुध की युति बहुत प्रभावी रहने वाली है. ऐसे में कुछ खास बातों का जरुर ध्यान रखें नहीं तो बुध-शनि का ये संयोग काम बिगाड़ सकता है.

बुध का मीन राशि में होना

शास्त्रों के अनुसार मीन राशि में बुध को "हानिकरक स्थिति" में माना जाता है, क्योंकि यह जल तत्व की राशि बेहद रहस्यमयी और भावनात्मक दृष्टिकोण रखने वाली होती है, जबकि बुध तर्क और तथ्य को प्राथमिकता देता है. जब बुध मीन में होता है, तो संवाद अक्सर अस्पष्ट और प्रतीकात्मक हो जाता है. स्थितियों को स्पष्ट रूप से देख पाना कठिन हो जाता है.

मीन राशि में बुध-शनि की युति

जब बुध मीन राशि में शनि के साथ मिल जाता है, तो यह ब्रह्मांड की ओर से एक चेतावनी की तरह होता है. यह गंभीर संयोग आपको उन सच्चाइयों का सामना करने के लिए प्रेरित कर सकता है जिन्हें स्वीकार करना आसान नहीं होता है.

न करें ये गलती

  • शनिवार के दिन लोहा, तेल, नमक, काली उड़द दाल जैसी चीजें न खरीदें.
  • इस युति के दौरान भूलकर भी पेड़ पौधों को नुकसान न पहुंचाएं, जानवरों को न सताएं, असहाय को तकलीफ न दें. नहीं तो शनि की दंड से बच नहीं पाएंगे.
  • अपनी वाणी पर कंट्रोल रखें, मन या तन से किसी को हानि न पहुंचाएं इससे बुध कमजोर होता है.
  • कन्या या महिलाओं का भूलकर भी अपमान न करें, किसी भी तरह से उन्हें चोट न पहुंचाएं.

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