Tulsi and Peepal Puja: तुलसी या पीपल की पूजा क्यों है विशेष फलदायी ?
सकंद, पद्म और और श्रीमद्भागवत महापुराण के मुताबिक इस पेड़ में सभी देवी-देवताओं और पितरों का वास माना गया है. पीपल में जल दूध और भोग चढ़ाने से पितरों की आत्मा को शांति मिलती है.
शनिवार की शाम पीपल के नीचे दीपक लगाने पर शनि दोष से मुक्ति मिलती है, शनि की ढैय्या और साढ़ेसाती से छुटकारा मिलता है.
शनिवार की शाम पीपल के नीचे दीपक लगाने पर शनि दोष से मुक्ति मिलती है, शनि की ढैय्या और साढ़ेसाती से छुटकारा मिलता है.
वहीं तुलसी को हरि प्रिया भी कहा जाता है, और इसका पूजन व्यक्ति के जीवन में आध्यात्मिक और भौतिक उन्नति लाता है. तुलसी का पौधा जिस घर में होता है वहां धन और सुख की कमी नहीं होती.
मां तुलसी कलयुग की प्रत्यक्ष देवी हैं, जिन्हें लोग पूजने के साथ - साथ छू भी सकते हैं. रोजाना तुलसी में जल चढ़ाने से ग्रह दोष दूर होता है. मां लक्ष्मी घर में ठहर जाती हैं.
मां तुलसी कलयुग की प्रत्यक्ष देवी हैं, जिन्हें लोग पूजने के साथ - साथ छू भी सकते हैं. रोजाना तुलसी में जल चढ़ाने से ग्रह दोष दूर होता है. मां लक्ष्मी घर में ठहर जाती हैं.