Hydroponic Farming: खेती को लेकर अब नई-नई तकनीकें मार्केट में आ चुकी है. किसान जिनका काफी इस्तेमाल कर रहे हैं. ऐसी ही एक तकनीक है. जिसे हाइड्रोपोनिक फार्मिंग कहा जाता है. इसमें बिना मिट्टी के खेती की जाती है. इस खेती में सिर्फ पानी का उपयोग किया जाता है. तो वही साथ में कुछ रेत और कंकर की जरूरत होती है. सरकार भी इस खेती को करने वाला किसानों को सब्सिडी देती है. चलिए कैसे करते हैं खेती. और कैसे ले सकते हैं सब्सिडी. जानते हैं पूरी प्रक्रिया. 


कैसे करें बिना मिट्टी के खेती?


बिना मिट्टी के खेती हाइड्रोपोनिक तकनीक से की जाती है. यह खेती पाइप के द्वारा की जाती है. पाइप में ऊपर से छेद कर दिए जाते हैं और उन्हीं छेद में पौधे लगाए जाते हैं.  पानी के पाइप में पौधों की जड़ डूबी रहती हैं. इन पानी में पौधों के लिए सभी पोषक तत्व घुले हुए होते हैं. इसके लिए 15 से 30 डिग्री का तापमान सही रहता है. और आद्रता 80 से 85% तक सही रहती है. सरकार भी इस हाइड्रोपोनिक तकनीक से खेती करने को लेकर बढ़ावा दे रही है. सरकार की ओर से इस पर 50% तक की सब्सिडी दी जा रही है.  


कैसे लें इसके लिए सब्सिडी?


केंद्र सरकार हाइड्रोपोनिक्स तरीके से खेती करने वाले किसानों को सब्सिडी दे रही है. इसके साथ ही कई राज्य सरकारें भी सब्सिडी दे रही हैं. राष्ट्रीय बागवानी बोर्ड ने सभी राज्यों के लिए सब्सिडी के लिए अलग-अलग नियम बनाए हैं. इन नियमों के तहत इसके लिए अप्लाई करने पर सब्सिडी जा रही है. जिससे हाइड्रोपोनिक तरीके से कम लागत में खेती कर ज्यादा मुनाफा कमाया जा सकता है. महाराष्ट्र सरकार ने पशु आहार के लिए इस तकनीक से खेती करने वालों को किसानों को 50% सब्सिडी देने का ऐलान किया है.  


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