TOI के अनुसार, बादशाह अकबर के शासनकाल में होली एक प्रचलित त्योहार था



मुगल काल में भी होली का जश्न बड़े धूमधाम से मनाया जाता था



पूर्व क्षेत्रीय निदेशक केके मुहम्मद के अनुसार मुगल काल में होली को एक खास तरीके से मनाया जाता था



केके मोहम्मद के अनुसार मुगल काल में होली आगरा किले और दिल्ली के लाल किले में मनाया जाता था



मुगल काल में होली को ईद-ए-गुलाबी या आब-ए-पाशी कहा जाता था, जिसका अर्थ है गुलाबी ईद या रंगीन फूलों की वर्षा



केके मोहम्मद ने बताया कि सम्राट अकबर खुद होली के दिन आगरा के किले से बाहर आते थे



सम्राट अकबर आम जनता के साथ मिलकर होली का जश्न मनाते थे



सम्राट अकबर के शासनकाल में होली न केवल शाही परिवार में, बल्कि आम जनता के बीच भी एक प्रमुख उत्सव हुआ करता था