अक्सर किताबें खोलते ही बच्चों को नींद आने लगती है

ऐसा सिर्फ बच्चों के साथ ही नहीं बल्कि बड़ों के साथ भी होता है

अक्सर माता-पिता बच्चों की इस समस्या को नजरअंदाज कर देते हैं

ऐसे में विशेषज्ञों का मानना है कि इसपर ध्यान देना जरूरी है

एक्सपर्ट का मानना है कि नींद को भगाने के लिए जो भी टिप्स अपनाएं

उन्हें अमल में लाना चाहिए नहीं तो यह समस्या याददाश्त की दुश्मन भी बन सकती है

पढ़ाई करते समय हमारी आंखों पर दबाव पड़ता है

ऐसे में आंखें और दिमाग आराम की डिमांड करने लगते हैं

इसलिए हमें नींद आने लगती है

दूसरी वजह पढ़ाई के दौरान आंख और दिमाग के अलावा पूरा शरीर आराम मुद्रा में होता है

जिस वजह से भी हमें पढ़ाई के दौरान नींद आती है.