वाराणसी में वैसे तो कई घाट हैं

इन सभी घाटों का अपना अलग महत्व है

लेकिन यहां के अस्सी घाट को वाराणसी का दिल कहा जाता है

माना जाता है कि भगवान शिव ने यहीं 80 दैत्यों का वध किया था

जिसकी वजह से इसका नाम अस्सी घाट रखा गया

बता दें, वाराणसी के इसी घाट पर अस्सी नदियां आपस में मिलती हैं

आप इस घाट से वाराणसी के दूसरे सभी घाट देख सकते हैं

यहां हर शाम होने वाली आरती मन को देखने लोग दूर-दूर से आते हैं

वाराणसी में ही भगवान काशी विश्वनाथ का मंदिर भी है

यह अस्सींगमेशवारा का मंदिर है. इन्हें गंगा सहित अस्सी नदियों के मिलने के मिलन का देव माना जाता है