रामलीला का मंचन केवल भारत में ही नहीं बल्कि कई देशों में इसका मंचन होता है.



इन देशों में रामलीला का मंचन धार्मिक, सांस्कृतिक और सामाज का हिस्सा बन चुका है.



इन देशों में रामलीला का मंचन होता तो अलग भाषा में है, लेकिन इसकी आत्मा एक जैसी ही है.



यूनेस्को संगठन ने रामलीला मंचन को सांस्कृतिक विरासत का दर्जा भी दिया है.



रामलीला का मंचन भारत के पड़ोसी देश नेपाल में भी होता है.



इसके साथ ही इंडोनेशिया में भी रामलीला के मंचन का पारंपरिक नृत्य होता है.



थाईलैंड में रामलीला का मंचन रामकियन नाम से होता है.



मॉरीशस में भारतीय मूल के नागरिक हर साल रामनवमी के मौके पर रामलीला का मंचन करते हैं.



त्रिनिदाद और टोबैगो में भी भारतीय मूल के नागरिकों द्वारा रामलीला का आयोजन किया जाता है.