महाभारत काल में शराब काफी ज्यादा लोकप्रिय थी.



कौरव से लेकर पांडव तक इसका सेवन करते थे. लेकिन शकुनि और दुर्योधन सबसे ज्यादा शराब पीते थे.



महाभारत काल में शराब को सुरा कहा जाता था, जो चावल,गेहूं, जौ या फलों से बनती थी.



मामा शकुनि को महाभारत का सबसे बड़ा मदिरा प्रेमी माना जा सकता है.



शकुनि और दुर्योधन के बाद कर्ण को भी शराब पीने का काफी शौक था.



शकुनि शराब के नशे में ही दुर्योधन को गलत-गलत सलाह देता था.



महाभारत के प्रमुख पात्रों में पांडव भी शराब का सेवन करते थे.



हालांकि उनकी ये आदत नियमित नहीं थी.



महाभारत के सभापर्व में कहा गया है कि शकुनि ने युधिष्ठिर को शराब पिलाकर जुए में फंसाया था.