हिंदू धर्म में पवित्रता का विशेष ध्यान रखा जाता है. बिना नहाएं कुछ भी करना अशुभ होता है.



बिना नहाएं भोजन पकाने से उस खाने को देवता भी स्वीकार नहीं करते हैं.



घर की रसोई में मां अन्नपूर्णा का वास होता है. ऐसे में रसोई घर को शुद्ध रखना बेहद जरूरी है.



वास्तु शास्त्र के अनुसार बिना नहाएं खाना बनाने से वो भोजन शरीर पर नकारात्मक प्रभाव डालता है.



बिना नहाएं खाना बनाने से कुंडली में राहु और केतु का अशुभ प्रभाव पड़ता है.



ऐसा खाना खाने से घर के सदस्यों में मानसिक और शारीरिक बीमारियों को प्रभाव बढ़ सकता है.



बिना नहाएं भोजन पकाने और खाने से ये तामसिक भोजन कहलाता है.



ग्रहों के नजरिए से जो भी बिना नहाएं खाना बनाते हैं, उनकी कुंडली में ग्रह दोष की समस्या बनी रहती है.



धार्मिक नियम भी बिना नहाएं खाना बनाने की इजाजत नहीं देता है.



प्रतिदिन स्नानादि के बाद ही घर के सदस्यों के लिए भोजन बनाएं.