नवरात्रि में मां दुर्गा के 9 अलग-अलग स्वरूपों की पूजा-अर्चना की जाती है.



नवरात्रि के नौ दिन देवी को उनके प्रिय भोग अर्पित करने की परंपरा है.



नवरात्रि के दौरान सात्विक भोजन का विशेष महत्व माना गया है.



प्याज, लहसुन, मांसाहार और मदिरा का सेवन सख्त वर्जित माना जाता है.



उपवास रखने वाले भक्त रात में भोग लगाने के बाद ही भोजन ग्रहण करें.



नौ दिन मां को अलग-अलग फल और मिठाइयां अर्पित की जाती है.



नौ दिन मां को फल, मिठाई और नारियल से बने पकवान अर्पित करें.



अनार, आम, बेल और सिंघाड़ा माता को अर्पित करना भी शुभ होता है.



नवरात्र में नींबू, इमली, सूखा नारियल और नाशपाती का भोग वर्जित है.



जूठे या खराब फल माता को चढ़ाना अपवित्र माना जाता है.