क्योंकि ऐसा करने से उनकी शुद्धता और सुगंध खत्म हो जाती है.
और उसे किसी दूसरे देवी-देवता को अर्पित नहीं किया जा सकता.
वह जल देवता को अर्पित हो जाता है जिससे फूल झूठा हो जाता है.
किसी अन्य देवी-देवता को चढ़ाना गलत है.
तो उन्हें सीधे पूजा की थाली में निकाल लेना चाहिए और धोना नहीं चाहिए.
नहा धोकर और साफ हाथों से ही फूल तोड़ने चाहिए.
12 बजे के पहले तोड़ना बेहद शुभ माना जाता है.
उन्हें हमेशा किसी स्वच्छ पात्र में रखें और हाथों से सीधे अर्पित न करें.
बल्कि फूल का मुख भगवान की ओर और डंडी आपकी ओर होनी चाहिए.