ऑस्ट्रेलिया में नवंबर 2022 के बाद से मंकीपॉक्स का पहला मामला दर्ज किया गया है. इसे वहां के डॉक्टर्स ने बेहद खतरनाक बताया है.



न्यू साउथ वेल्स मिनिस्ट्री ऑफ हेल्थ (NSW हेल्थ) ने कहा है कि ऑस्ट्रेलिया में मंकीपॉक्स का पहला केस सिडनी में दर्ज किया गया.



मंकीपॉक्स एक जूनोसिस वायरस यानी जानवरों से इंसानों में फैलने वाला संक्रमण है.



विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मुताबिक, इंसानों में मंकीपॉक्स का पहला मामला 1970 में अफ्रीका में सामने आया था.



1970 के बाद 11 अफ्रीकी देशों में इंसानों के मंकीपॉक्स से संक्रमित होने के मामले सामने आए थे.



मंकीपॉक्स से संक्रमित होने पर व्यक्ति में चेचक जैसे लक्षण दिखते हैं. और, इसका वायरस स्मॉल पॉक्स यानी चेचक के वायरस से मिलता जुलता है.



WHO के मुताबिक, मंकीपॉक्स वायरस से संक्रमित मरीजों की मृत्यु दर का अनुपात लगभग 3-6% रहा है.



मंकीपॉक्स के मामले बढ़ने पर WHO ने इसे ग्लोबल हेल्थ इमरजेंसी भी घोषित किया है.



मंकीपॉक्स के अब तक दुनियाभर के 75 देशों में 16 हजार से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं.



ऑस्ट्रेलिया में मंकीपॉक्स के अधिकांश मामले विदेश यात्रा के दौरान सामने आए थे.



ऑस्ट्रेलिया के NSW स्टेट में मंकीपॉक्स से बचाव के लिए लोगों को मुफ्त टीके लगाए जा रहे हैं.