एक तरफ दुनिया के कुछ देशों से मांस (Meat) का कम इस्तेमाल करने की अपील की जा रही है, वहीं इटली की सरकार ने लैब में बने मांस पर रोक लगा दी है, आखिर क्यों? और क्या होता है लैब-ग्रॉन मीट, आइए जानते हैं..



यूरोपीय देश इटली में वहां की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी ने लैब में बने मांस (Meat) के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगा दिया है. ऐसा करने वाला इटली दुनिया का पहला देश बन गया है.



इटली में ​अब कोई व्यक्ति यदि लैब में बने मांस का इस्तेमाल करते पाया गया तो उस पर 53 लाख रुपये तक का जुर्माना लगाया जा सकता है.



इटली सरकार ने कहा है कि लैब में मीट तैयार करने यानी कि उत्पादन करने पर फैक्ट्री सील करने और बिजनेस करने पर प्रतिबंध लगाने से जुड़े कदम भी उठाए जाएंगे.



आपको बता दें कि इंटरनेशनल ऑर्गेनाइजेशन फॉर एनिमल प्रोटेक्शन भी लैब में बने मांस पर जोर देती है, क्योंकि इसके लिए जानवरों को नहीं मारना पड़ता.



इटली में हाल ही में बने नए कृषि खाद्य मंत्रालय ने लैब में बने मांस पर ये कहकर बैन लगाया है कि वे इटली की भोजन परंपरा को कम नहीं होने देंगे.



इटली सरकार द्वारा लैब में बने मांस पर रोक लगाने के फैसले से पशु कल्याण समूह और पर्यावरण समर्थकों को भी झटका लगा है, क्येांकि अब लोग पशुओं का मांस खाएंगे!



एक बड़ी बात यह है कि लैब में बने मांस से कार्बन का 92% कम उत्सर्जन होता है. संयुक्त राष्ट्र जलवायु एजेंसी ने एक रिपोर्ट में ये बताया.