ब्राह्मणों के गोत्र कितने प्रकार के होते हैं?



हिन्दू धर्म में ब्राह्मण ऋृषियों के वंशज माने जाते हैं



ब्राह्मणों के गोत्र से उनका ऋृषिकुल पता चलता है



सनातन धर्म में गोत्र को बहुत अहमियत दी गई है



ऐसी मान्यता है कि ब्राह्मण एक गोत्र में शादी नहीं कर सकते हैं



इसका वैज्ञानीक कारण ये है कि इससे जेनेटीक रोग अगले वंश में आ जाते हैं



मौजूदा समय में ब्राह्मणों के गोत्र 115 प्रकार के होते हैं



हमें ज्यादातर 8 गोत्र सुनने को मिलते हैं



इन गोत्रों में वशिष्ठ,अगस्त्य,अत्रि,कश्यप,अंगिरा,जमदग्रि और विश्वामित्र शामिल हैं



ब्राह्मणों में सबसे बड़ा गोत्र शाण्डिल्य को माना जाता है