सांप के शरीर पर कान नहीं होते हैं

सांप कभी भी सपेरे द्वारा बजाई गई बीन की धुन नहीं सुन सकता है

सांप बीन की धुन पर नाचता नहीं है

बल्कि वह बीन की मूवमेंट की वजह से अपने शरीर को हिलाता है

सपेरे की बीन के ऊपर काफी सारे कांच के टुकड़े चिपके होते हैं

जब बीन पर धूप की रोशनी पड़ती है तो उनमें चमक आती है

सांप इसी चमक की वजह से हरकत में आने लगता है

जब सपेरा बीन बजाते हुए उसे हिला रहा होता है

तो उस चमक से सांप का ध्यान आकर्षित होता है

साथ ही जब सांप को खतरा महसूस होता है तो फन बाहर निकलता है