फाउलर सिंड्रोम बीमारी लोगों के यूरिनरी ब्लैडर से जुड़ी हुई होती है

इसमें पानी पीने के बावजूद भी पेशाब करने में परेशानी होती है

ये सिंड्रोम मुख्य रूप से यंग महिलाओं को प्रभावित करती है

इसके लक्षणों में यूरिनरी रिटेंशन और पेट में बेचैनी या दर्द हो सकता है

इसका कारण हार्मोन, जेनेटिक डिसऑर्डर या नर्व डिस्फंक्शन हो सकता है

इस सिंड्रोम को ठीक करने के लिए इलेक्ट्रो ग्राफी, सिस्टोस्कोपी जैसे कई टेस्ट होते है

पीसीओस, प्रेग्नेंसी इश्यूस और पेट की सर्जरी में ये सिंड्रोम देखने को मिलता है

इस समस्या में बार-बार यूरिन करने का मन होता है मगर यूरिन बाहर नहीं निकल पाता

इसके ट्रीटमेंट में कैथीटेराइजेशन की भी जरूरत पड़ सकती है

जिसमें कैथेटर मशीन के जरिए यूरिन कराया जाता है