हनुमान जी के पिता केसरी थे. केसरी सुमेरू पर्वत पर रहते थे.



हनुमान जी का जन्म वायुदेवता की कृपा से हुआ था.



हनुमान जी अपने भाइयों में सबसे बड़े थे.



इन सभी भाइयों के नाम ब्रह्मांडपुराण में बताए गए हैं.



हनुमान जी के सभी भाई विवाहित थे और सभी संतान से युक्त थे.



ब्रह्मांडपुराण के मुताबिक, हनुमान जी के पांच भाई थे:



मतिमान, श्रुतिमान, केतुमान, गतिमान, धृतिमान.



महाभारत काल में पांडु पुत्र व अति बलशाली



भीम को भी हनुमान जी का ही भाई कहा गया है.



हनुमान जी भगवान शिव का ही एक रूप हैं. हनुमान जी को रुद्रावतार भी कहा जाता है.