क्रिकेट के अलग-अलग मैचों में गेंद भी अलग प्रकार की होती है

टेस्ट क्रिकेट के मैच में लाल रंग की गेंद से ही खेला जाता है

इसका सबसे बड़ा कारण सफेद ड्रेस में विजिबिलिटी है

लाल गेंद दिन में काफी बेहतर दिखती है और खिलाड़ियों को इसे देखने में दिक्कत नहीं होती

लाल गेंद की सिलाई काफी पास होती है और मैटेरियल भी अलग होता है

ये गेंद लंबे समय तक अपनी शेप बरकरार रखती है

वही वन डे में सफेद गेंद काफी अच्छी मानी जाती है

रात के समय में ये गेंद काफी अच्छे से दिखाई देती है

वनडे में दोनों तरफ से अलग गेंद के कारण दिक्कत नहीं होती

सफेद गेंद की सिलाई वाइट होती है और ये कुछ समय बाद सॉफ्ट हो जाती है.