रात को हमें तारे टिमटिमाते हुए नजर आते हैं

तारे पृथ्वी से अरबों किलोमीटर दूर होते हैं

वैज्ञानिकों का मानना है कि जिन तारों को आप रात में देखते हैं

जरूरी नहीं है कि उनकी रौशनी पहुंचने तक वो जिंदा भी रहें

यानी तारों के प्रकाश का हमारे तक पहुंचने में अरबों साल लगते हैं

ऐसे में वो तारे पैदा हो कर मर भी चुके होते हैं

तारों की टिमाने के पीछे हमारा वायुमंडल है

वायुमंडल में नाइट्रोजन, ऑक्सीजन और अन्य गैसों का मिश्रण होता है

ये चीजें प्रकाश को पृथ्वी तक पहुंचने से विकृत कर देते हैं

वायुमंडल की कई परत है, इन परतों में प्रकाश  की दिशा विचलित होती है