दुनिया में सभी देशों की अपनी-अपनी करेंसी होती है

इन करेंसी को लेकर हर देश के अपने सख्त नियम कानून होते हैं

लेकिन कई बार आपने सोशल मीडिया और अन्य जगहों पर सुना होगा कि क्या हर कोई नोट नहीं छाप सकता है?

इसका जवाब है नहीं. क्योंकि किसी भी देश का नोट छापना कानूनी रूप से गलत है

लेकिन आज हम आपको बताएंगे कि नोट जिन स्पेशल पेपर से बनते हैं, उन्हें कौन खरीद सकता है

बता दें कि भारत में आज 1 रुपये से 2000 रुपये तक के नोट मार्केट में मौजूद है

आप ध्यान से देखें तो इन सभी नोटों के कागज अलग-अलग होते हैं

भारतीय करेंसी को छापने और नोट बनाने के लिए केंद्र सरकार आदेश और लाइसेंस जारी करती है

बिना सरकारी आदेश और लाइसेंस के कोई भी संस्था एक भी नोट छाप नहीं सकती

अगर कोई व्यक्ति ऐसा करता है, तो उसे जाली नोट कहते हैं और इसके लिए संविधान में सजा का प्रावधान है