ब्लैक होल के बारे में तो आप सभी ने सुना ही होगा

लेकिन हो सकता है कि कुछ लोगों को नहीं पता हो

तो आइए जानते हैं कि ब्लैक होल क्या होता है

ब्लैक होल की खोज सबसे पहले 1783 में एक अंग्रेज़ पार्सन जॉन मिशेल ने की थी

ब्लैक होल स्पेस का वह जगह है जहां भौतिक का कोई नियम काम नहीं करता है

यहां गुरुत्वाकर्षण इतना अधिक होता है कि प्रकाश भी बाहर नहीं निकल पाता है

ब्लैक होल के कई आकार होते हैं

वैज्ञानिकों का कहना है कि सबसे छोटे ब्लैक होल सिर्फ एक परमाणु जितने छोटे होते हैं

सबसे बड़े ब्लैक होल को सुपरमैसिव कहा जाता है

इस ब्लैक होल का द्रव्यमान एक साथ 1 मिलियन से अधिक सूर्यों के बराबर है