बारिश आने से पहले मौसम विभाग को बारिश का पता लग जाता है

क्या आपने कभी सोचा है कि बारिश का कैसे पता लगता है

मौसम का पहले से ही पता लगाने के लिए कई फैक्टर देखे जाते हैं

बहुत से इंस्ट्रूमेंट से बारिश आने का पता लगाया जाता है

वातावरण और जमीन की सतह का तापमान, नमी, हवा, दिशा, ओस, बादलों की स्थिति देखी जाती है

बादलों में कितना पानी है ये पता लगाने के लिए धरती से आसमान में रडार छोड़ी जाती है

जब रडार की तरंगे बादलों से टकराकर वापस आती हैं

तब इन तरंगों का अध्ययन किया जाता है

इसके बाद बारिश आने का अनुमान लगाया जाता है

कई बार यह अनुमान गलत भी होता है.