पाकिस्तान सरकार की बदहाल अर्थव्यवस्था की बात किसी से छिपी नहीं है

पाकिस्तान सरकार लगातार कर्ज में डूबती जा रही है

यही वजह है कि पाकिस्तान में महंगाई बढ़ रही है और आमदनी घट रही है

पाकिस्तान में वेतनभोगी और नॉन-वेतनभोगी लोगों को अलग-अलग हिसाब से टैक्स देना होता है

पाकिस्तान में 6 लाख रुपये कमाने वालों को कोई टैक्स नहीं देना पड़ता है

इसके बाद 6 लाख से 12 लाख तक सालाना सैलरीड वालों को 2.5 फीसदी टैक्स देना होगा

12 लाख से 24 लाख पर 12.5 फीसदी

24 लाख से 36 लाख पर 20 फीसदी

36 लाख से 60 लाख तक 25 फीसदी

60 लाख से 1.20 करोड़ तक 32.5 फीसदी टैक्स

1.2 करोड़ से ज्यादा की इनकम पर 35 फीसदी टैक्स का प्रावधान है