सूफीवाद' इस्लाम का एक पहलू है

सूफियों को भी पक्का मुसलमान माना जाता है

वो दिन में पांच बार नमाज अदा करते हैं

हालांकि सूफी लोग भी रोजा रखते हैं

सूफ़ी उस शख़्स को कहा जाता था

जिसका ताल्लुक़ तमाम दुनिया हसरतों और ख्वाहिशों से दूर सिर्फ़ अल्लाह से होता था

क़ुरान में एक आयत में कहा गया है

मैंने (अल्लाह) जिनों और इंसान को इसलिए बनाया है

ताकि वो सिर्फ़ मेरी इबादत कर सकें

सूफी भी पक्के मुसलमान होते हैं