कैसे काम करती है Dish TV की छतरी! ज्यादातर लोगों को नहीं है पता

Published by: एबीपी टेक डेस्क
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डिश एंटीना का आकार परावलीय (Parabolic) होता है, जिससे यह सिग्नल्स को केंद्रित (Focus) करके रिसीवर (LNB) तक पहुंचाता है.

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डिश पर लगा LNB उपग्रह से प्राप्त हाई-फ्रीक्वेंसी सिग्नल्स को लो-फ्रीक्वेंसी में बदलता है, ताकि रिसीवर उन्हें प्रोसेस कर सके.

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LNB से सिग्नल कोएक्सियल केबल के माध्यम से सेट-टॉप बॉक्स (STB) तक पहुंचता है, जहां इन सिग्नल्स को डीकोड किया जाता है.

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सेट-टॉप बॉक्स इनकमिंग सिग्नल्स को डिजिटल फॉर्मेट में बदलकर टेलीविजन स्क्रीन पर दिखाने योग्य बनाता है.

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सैटेलाइट अलग-अलग फ्रीक्वेंसी पर ट्रांसपोंडर के जरिए सिग्नल भेजता है, जिन्हें डिश एंटीना पकड़ता है और STB प्रोसेस करता है.

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बारिश, बादल और तूफान के कारण सिग्नल कमजोर हो सकते हैं, जिसे Rain Fade कहा जाता है, जिससे पिक्चर और साउंड में दिक्कत आ सकती है.

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Dish TV के चैनल एन्क्रिप्टेड होते हैं, जिन्हें अनलॉक करने के लिए यूजर को सब्सक्रिप्शन प्लान खरीदना पड़ता है.

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एक ही डिश एंटीना से मल्टीपल टीवी कनेक्ट किए जा सकते हैं, जिसके लिए मल्टी-आउटपुट LNB या डिवाइडर का इस्तेमाल किया जाता है.

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डिश का सही एलाइनमेंट (Satellite के सही दिशा में सेट होना) बहुत जरूरी है, ताकि सिग्नल अच्छे से मिल सकें और पिक्चर क्वालिटी बनी रहे.

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